
सहारा न्यूज टुडे/संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
प्रयोगशालाओं के उच्चीकरण और विकास के नए प्रस्तावों को बजट में मंजूरी
इक्विपमेंट और अकेडमिक डिवलपमेंट पर 20 करोड़ के प्रस्ताव को किया मंजूर
वित्त समिति की बैठक में सर्वसम्मति से सभी प्रस्ताव पारित
कानपुर। रिसर्च और इनोवेशन के लिए सम्बद्ध महाविद्यालयों को सीएसजेएमयू आर्थिक मदद मुहैया कराएगा। कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक में इस सम्बन्ध में मंजूरी प्रदान की गयी है। जिसके तहत महाविद्यालयों के शिक्षकों के प्रस्ताव पर विवि 30 हजार तक आर्थिक मदद देगा। साथ ही प्रयोगशालाओं के उच्चीकरण और विकास के नए प्रस्तावों के लिए विवि मदद करेगा। बैठक में आगामी बजट में इक्विपमेंट और अकेडमिक डिवलेपमेंट के लिए 20 करोड़ के बजट का प्रावधान भी किया गया।
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ अकादमिक भवन में मंगलवार को वित्त समिति की बैठक कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में वि. वि. का आगामी बजट पास किया गया। इसके अलावा विवि कर्मचारियों के ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी में वि. वि. द्वारा 60% भुगतान एवं कर्मचारियों से 40% भुगतान के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गयी। इसके साथ-साथ वि. वि. द्वारा संचालित स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम एवं संघटक महाविद्यालयों में नई टीचिंग एवं नॉन टीचिंग भर्ती किए जाने हेतु प्राविधान किया गया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। वि. वि. के नए संघटक कॉलेज राजकीय महाविद्यालय घाटमपुर हेतु बजट प्राविधान किया गया, साथ ही वि. वि. के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर हेतु बजट में प्राविधान किया गया, वि. वि. द्वारा रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए माइनर रिसर्च स्कीम में बजट का प्राविधान किया गया, जिसका लाभ विश्वविद्यालय में अनुसंधान की दिशा में निकट भविष्य में देखने को मिल सकेगा। वि. वि. द्वारा ऑनलाइन कोर्स चलाने हेतु इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने हेतु बजट में प्राविधान किया गया। साथ ही वि. वि. में नए भवन के निर्माण हेतु बजट का प्रावधान किया गया। सेल्फ फाइनेंस के नॉन टीचिंग कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के लिए एक समिति का भी गठन किया गया। बैठक में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, वित्त अधिकारी अशोक कुमार त्रिपाठी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, डीन प्रशासन प्रो. सुधांशु पांडिया, लेखा अधिकारी जितेंद्र कुमार वर्मा, उप कुलसचिव ज्ञानेंद्र कुमार शुक्ला, आदि मौजूद रहे।