सहारा न्यूज टुडे/संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कृषि संकाय सभागार मे आज केंद्रीय भू जल बोर्ड लखनऊ द्वारा इकदिवासी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में कानपुर नगर जिले एवं कानपुर शहरी क्षेत्र के सतत भूजल विकास एवं प्रबन्धन से संबंधित विभिन्न विषयों पर तकनीकी सत्र में केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के वैज्ञानिको द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किए गए तथा ड्रिलिंग साइट पर फील्ड प्रदर्शन किया गया। तदोपरांत भूजल से संबंधित प्रश्नों पर विचार विमर्श किया गया। इस कार्यशाला में छात्र -छात्राए, शिक्षक, कर्मचारी तथा राज्य सरकार के अधिकारी/ कर्मचारीगण को मिलाकर लगभग 191 प्रशिक्षुओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ0 आनन्द कुमार सिंह, कुलपति, विशिष्ट अतिथि, प्रोफेसर सी. एल. मौर्य, डीन कृषि संकाय एवं डॉ0 पी0 के0 राठी सह निदेशक प्रसार, क्षेत्रीय निदेशक श्री एस. जी. भरतरिया एवं श्री जगदंबा प्रसाद उपस्थित रहे। सभी अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन करके प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तथा साथ मे अतिथियों द्वारा एक-एक छोटे कलश के द्वारा बड़े कलश मे जल संचित कर जल संरक्षण के प्रतीक एवं जागरूकता के रूप में जल संचयन का संदेश दिया गया।
प्रशिक्षण मे जल के विभिन्न वैज्ञानिक प्रेज़न्टैशन जैसे मृदा विज्ञान (प्रोफेसर सर्वेश) माइक्रो इरिगेशन (प्रोफेसर एच. पी.चौधरी), हाइड्रो-जिओलोजी (श्री जगदंबा प्रसाद वैज्ञानिक डी एवं श्री विपिन कुमार भूजल वैज्ञानिक),केमिकल (श्रीमति किरण सिंह, वैज्ञानिक डी एवं श्री करम सिंह वैज्ञानिक सी), जीओफिज़कल (श्री अमितोष सिंह वैज्ञानिक बी), सर्वे (श्री एस पी दुबे, ऑफिसर सर्वैअर), अन्वेषण (अन्वेषण टीम) आदि विषयों को विस्तृत रूप से शामिल किया गया, जिनमें जल विज्ञान की बुनियादी अवधारणाएं, कानपुर नगर और कानपुर जिले का भू जल वैज्ञानिक परिदृश्य,भूजल विकास और प्रबंधन की पद्धतियां और भूजल संसाधनों का सहभागीता द्वारा प्रबंधन शामिल है। इसके साथ जल आपूर्ति पक्ष और मांग पर, जल संरक्षण एवं कृतिम पुनर्भरण के विषय मे जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त केन्द्रीय भूमिजल बोर्ड के जलभृत मानचित्रण एवं प्रबंधन अध्ययन के कार्यों एवं उनके क्रियान्वयन के विषय मे विस्तृत जानकारी साझा की गई तथा इसी अध्ययन एवं भूजल अन्वेषणात्मक के अंतर्गत निर्मित 300 मीटर गहराई के नलकूप (सीएसए यूनिवर्सिटी परिसर) जो की नलकूप निर्माण विषय मे भी जानकारी प्रदान की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यधिक इंटरैक्टिव सत्र के साथ संपन्न हुआ, जिससे बहुमूल्य भूजल संरक्षण एवं संवर्धन मे प्रति कानपुर जिले के भूजल प्रबंधन के विषयों पर चर्चा के साथ निराकरण पर संवाद हुआ।