सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी के बीच शोध कार्य हेतु समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने बताया कि समझौता के अंतर्गत चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के शोधार्थी कृषि वानिकी के विभिन्न विषयों पर केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी में शोधकार्य कर सकेंगे तथा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दोनों एक दूसरे को वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय व संस्थान संयुक्त रूप से वैज्ञानिक ज्ञान सूचना जैसे शोध प्रकाशनों में संयुक्त रूप से एक दूसरे को सहयोग करेंगे। विश्वविद्यालय के निदेशक शोध डॉ0 पी0 के0 सिंह ने बताया कि कृषि वानिकी भूमिगत जल के स्तर को बढ़ावा बढ़ाने में सहायक होता है।उन्होंने बताया कि कृषि वानिकी कृषकों को आर्थिक सुरक्षा भी प्रदान करता है।प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़,सूखा आदि की प्रभावों को इसके माध्यम से कम किया जा सकता है तथा फसल के क्षतिग्रस्त होने पर वैकल्पिक स्रोत के तौर पर वानिकी का विकल्प कृषकों के पास रहता है। उन्होंने बताया कि निश्चित तौर पर दोनों संस्थान मिलकर कृषि वानिकी पर शोध कर नए आयाम स्थापित करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान झांसी के निदेशक डॉ0 ए0 अरुणाचलम,अधिष्ठाता कृषि वानिकी महाविद्यालय डॉक्टर मुनीश कुमार और डाॅ0 एस के विश्वास सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।