सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कैलाश भवन में बाबासाहेब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए बताया अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ0 मुनीश कुमार द्वारा अपने संबोधन में कहा कि संविधान निर्माता डॉ0 भीम राव अंबेडकर जी ने अपना पूरा जीवन अछूतों, महिलाओ एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की भलाई के लिए न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि वह एक महान अर्थशास्त्री तथा समाज सुधारक थे। जिन्होंने सामाजिक समरसता के लिए अहम भूमिका निभाई। डॉ0 मुनीश कुमार ने कहा कि वह देश के संविधान के शिल्पकार थे। यही कारण है कि उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। डॉ0 भीमराव अंबेडकर ने भारतीय कानून एवं शिक्षा में उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में भी कार्य किया। इस अवसर पर भंडार क्रय अधिकारी डॉ0 कौशल कुमार, सह अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ0 राजीव, प्रस्थापना अधिकारी डॉ0 संजीव शर्मा, सुरक्षा अधिकारी डॉ0 अजय कुमार सिंह, गेहूं जनक डॉ0 सोमवीर सिंह तथा सेवानिवृत्ति अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ0 धर्म राज सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के 500 से अधिक छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा छात्र-छात्राओं द्वारा भारत रत्न डॉ0 भीमराव अंबेडकर के जीवन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर शानदार प्रस्तुति भी दी गई।