सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक जी के नेतृत्व में विद्या परिषद की बैठक आयोजित हुई जिसमें अन्य मुद्दों के साथ-साथ ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के संचालन पर सहमति बनी। विश्वविद्यालय में स्थापित द्रोणाचार्य, सेंटर फॉर ऑनलाइन एंड डिस्टेंस एजुकेशन द्वारा दूरस्थ एवं ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के संचालन के माध्यम से विद्यार्थियों को अब विश्वविद्यालय के उच्च स्तरीय अध्यापकों द्वारा अपने ज्ञान और कौशलों के विकास के अवसर प्राप्त होंगे। घर बैठे ही विद्यार्थी ऑनलाइन लर्निंग मैटेरियल का लाभ भी उठा सकेंगे जो आने वाले समय में पंजीकृत विद्यार्थियों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। अभी हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को क्वेश्चन बैंक उपलब्ध कराया गया जिसका लाभ हजारों विद्यार्थी उठा रहे हैं। इस प्रकार घर बैठे शिक्षा व्यवस्था की विश्वविद्यालय की यह एक अनूठी और नई पहल है। इसके साथ ही विश्वविद्यालय का स्कूल आफ लैंग्वेज और एजुकेशन डिपार्टमेंट बीए के नए प्रोग्राम्स भी विद्यार्थियों को आगामी सत्र से उपलब्ध कराएगा। अन्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी अब मध्य-सत्र से विश्वविद्यालय में अध्ययन की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले विभिन्न पाठ्यक्रमों में समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप आवश्यक संशोधन भी किए गए। विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले दो विद्यार्थियों को डॉक्टर विश्वनाथ सेठ पुरस्कार दिए जाने को विद्या परिषद द्वारा अनुमोदन प्रदान किया गया।
बैठक में माननीय प्रति कुलपति महोदय प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी जी, कुल सचिव डॉ0 अनिल यादव जी, डॉ0 वृष्टि मित्रा, अधिष्ठाता, शैक्षिक क्रियाकलाप, डॉ0 अनुराधा कलानी, प्रो0 राजेश कुमार द्विवेदी, प्रो0 संदीप सिंह, सीओई श्री राकेश कुमार, एफओ श्री अशोक कुमार त्रिपाठी, एसोसियेट डीन डॉ0 अंशू सिंह, डॉ0 रत्नार्थु मिश्र, डॉ0 अखिलेन्द्र, समरेंद्र सिंह, विभिन्न विषयों के संयोजक विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित थे।