सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 आनंद कुमार सिंह द्वारा की गई। कुलपति द्वारा अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा गया कि यौगिक जीवन शैली का प्रमुख अंग शारीरिक स्वास्थ्य है जिसके लिए सतत प्रयास करने की जरूरत है। संतुलित एवं व्यवस्थित जीवन के लिए शरीर पर समुचित एवं केंद्रित दृष्टिकोण अपनाना पड़ता है, आसन एवं प्राणायाम इसमें सहायक होते हैं। उन्होंने योग को बड़ी पावरफुल प्रक्रिया बताया तथा कहा कि योग से चमत्कारिक परिणाम मिलते हैं। डाॅ0 सिंह द्वारा बताया गया कि इस वर्ष योग दिवस की थीम “स्वयं और समाज के लिए योग” एक विशेष मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि योग मूलतः भारत की पद्धति है जिसको वैश्विक स्तर पर अपनाया जा रहा है जिसमें देश के मा0 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का अमिट योगदान है। उन्होंने बताया कि आजकल योग पर आधारित लोकप्रिय पाठ्यक्रम भी तैयार हो रहे हैं जिनको अपनाकर जीवन की भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नति की जा सकती है। कार्यक्रम में वरिष्ठ योग शिक्षक मदन मोहन भरतिया द्वारा दंडासन, उष्ट्रासन, शवासन, वज्रासन के विषय में तथा योगाचार्य डॉ0 अनिल आनंदम द्वारा अर्ध चंद्रासन, गोमुख आसन व भुजंग आसन के विषय में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में के आयोजक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ0 मुनीश कुमार द्वारा अपने स्वागत संबोधन में कहा गया कि योग निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक है इसलिए छात्र छात्राओं को दृढ़ संकल्प के साथ लक्ष्य निर्धारित करते हुए योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ0 पी0के0 उपाध्याय, अधिष्ठाता कृषि डॉ0 सी0 एल0 मौर्य,निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ0 विजय यादव, निदेशक प्रसार डॉ0 आर0 के0 यादव, प्रभारी सब्जी विभाग डॉ0 आर0 बी0 सिंह, प्राध्यापक डॉ0 कौशल कुमार, डॉ0 संजीव शर्मा आदि ने सहभागिता की।कार्यक्रम का संचालन डॉ0 राजीव, सह अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा किया गया। कार्यक्रम में संकाय सदस्यों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों, संभ्रांत नागरिकों के साथ-साथ लगभग 1100 से अधिक छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।