सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
शव गेट पर रखकर परिजनों ने की मुआवजे की मांग
कानपुर देहात। थाना रनियां क्षेत्र के उमरन चौराहे के समीप एक कंक्रीट (पाइप) बनाने वाली फैक्ट्री में कार्यरत एक युवक उमरन चौराहे के समीप गम्भीर रूप से घायल मिला। जिसे एक साथी ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उसकी हालत नाजुक देख डॉक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद मृतक के शव को मर्चरी में रखवा दिया। घटना की जानकारी मिलते ही कोहराम मच गया। सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के शव का पोस्टमार्टम होने के उपरांत परिजनों ने शव को फैक्ट्री गेट पर रखकर मुआवजे की मांग करने लगे। जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार की सुबह किशन कुमार पुत्र झाब लाल 45 वर्ष निवासी जलालपुर पमवाड़ा जनपद जालौन रनियां उमरन चौराहे के समीप अचेत अवस्था में पड़ा था। उसके साथ फैक्ट्री में काम करने वाले साथी गजराज ने तत्काल एंबुलेंस की सहायता से उसे जिला अस्पताल भिजवाया जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देख कानपुर रेफर कर दिया था जहां पहुंचते ही डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।जिसके बाद शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया। शुक्रवार को घटना की सूचना पाकर पहुंची बहन नंद रानी ने अपने भाई के रूप में शिनाख्त की जिसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। परिजनों ने पी एम होने के बाद शव को फैक्ट्री गेट में रख कर मुआवजा की मांग करने लगे। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी महेंद्र सिंह पटेल ने फैक्ट्री प्रबंधन एवं परिजनों को समझा बुझकर सुलह समझौता कराया। जिसके बाद मृतक की बहन ने भाई किशन के शव को लेकर अपने पैतृक गांव रवाना हो गई।