
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह के अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश प्रदान किए गए की विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के सापेक्ष निपुण विद्यालय बनाने की कार्य योजना बनाकर डाटा प्रस्तुत किया जाए। समस्त खंड शिक्षा अधिकारी पास के पब्लिक स्कूल से परिषदीय स्कूलों का कंपटीशन कराएं जिससे हमारे विद्यालयों के बच्चों की क्षमता निखर करके आएगी। उन्होंने शिक्षा स्वास्थ्य एवं कृषि को सर्वोपरि रखकर कार्य किए जाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों में फर्नीचर की पूर्ति हेतु सी0एस0आर0 फण्ड के माध्यम से करवाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
उन्होंने जिला पंचायत राज्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त खंड विकास अधिकारियों को फर्नीचर को छोड़कर विद्यालयों के अन्य समस्त अवशेष कार्य जिसके कराने से कायाकल्प के 19 पैरामीटर को पूर्ण करने वाले समस्य कार्यो को शीघ्र अतिशीघ्र पूर्ण कराएं। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश प्रदान किए गए कि गांव का पंचायत भवन एवं विद्यालय परिसर घर के ड्राइंग रूम की तरह होना चाहिए अतः विद्यालय के प्रांगण एवं चारों तरफ साफ सफाई पूर्ण रूप से कराई जाएं।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालय की निपुण कार्य योजना बनाते समय ग्रामीण क्षेत्र ,शहरी क्षेत्र एवं नगर पालिका एवं नगर पंचायत की कार्य योजना अलग-अलग बनाकर कार्य किया जाए तथा डाटा भी उपलब्ध कराया जाएं।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहां कि टीचरों की उपस्थिति की रैंडम जांच कराई जाए, जिसके लिए जिला स्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर एक साथ विद्यालयों का औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित किया जाए, निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित शिक्षकों पर दंडात्मक कार्रवाई कराना सुनिश्चित करें।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए की खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालयों में जो आईसीटी लैब स्थापित हो रही है उनकी फ्लोर पर मैट न बिछाकर टाइल्स लगवाए जाएं तथा जिन विद्यालयों में स्मार्ट क्लास लग रही हैं उनकी सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएं तथा समस्त विभागीय निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि उनकी परफॉर्मेंस उनके निपुण विद्यालयों के आधार पर निर्धारित की जाएगी अतः पूरी क्षमता से उनके द्वारा अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया जाएं।