
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह द्वारा आज थाना महराजपुर एवं थाना चकेरी का औचक निरीक्षण किया गया। थाना महाराजपुर निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि थाना समाधान दिवस रजिस्टर में पूर्व में तैनात रहे एस0 एच0 ओ0 महराजपुर द्वारा थाना समाधान दिवस रजिस्टर में शिकायत दर्ज की गई किंतु उसका निस्तारण दर्ज नही किया गया। तथा कुछ शिकायतो में अब तक कोई कार्यवाही भी नहीं की गई जिसके कारण पूर्व एस0एच0ओ0 का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए गए तथा वर्तमान एस0एच0ओ0 को निर्देशित किया गया कि दर्ज शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण आख्या के साथ थाना समाधान दिवस रजिस्टर में दर्ज कराए तथा ऐसे प्रकरण जिनमें शिकायत दर्ज है किन्तु उनका निस्तारण अभी तक नहीं हुआ है तत्काल उन प्रकरणो में टीमें गठित कर निस्तारण कराना सुनिश्चित किया गएं।
थाना समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतें
समाधान दिवस में शिकायत कर्ता श्री रमेश पुरवामीर द्वारा शिकायत की गई की उनकी भूमि पर अवैध कब्जा किया गया जिसके दृष्टिगत जिलाधिकारी द्वारा मौके पर राजस्व विभाग तथा पुलिस की टीम को जांच कर आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गएं।
श्रीमती विजय लक्ष्मी निवासी हाथीगांव द्वारा भूमि विवाद की शिकायत कि गई जिसके दृष्टिगत नायव तहसीलदार तथा पुलिस की टीम को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
श्री राजेश कुमार द्वारा महराजपुर में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत की गई जिसके दृष्टिगत मौके पर राजस्व विभाग के अधिकारियो आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गएं।
श्रीमती आरती देवी द्वारा शिकायत की गई की उनकी दुकान में कब्जा किया गया है जिसके दृष्टिगत आज ही फ़ोर्स के साथ आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गएं।
थाना समाधान में उपस्थित समस्त संबंधित अधिकारियों को निम्न निर्देश दिए गएं।
थानो पर सम्बन्धित क्षेत्र के राजस्व कर्मी ,सम्बन्धित नगरीय निकाय (नगर निगम/नगर पालिका/नगर पंचायत) तथा विकास प्राधिकरण के सक्षम अधिकारी उपस्थित रहकर आने वाली शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराना सुनिश्चित करें।
उप जिलाधिकारी (नर्वल) को निर्देशित करते हुए कहां कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ एंटी भू माफिया, गैंगस्टर आदि धाराओं में कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित की जाएं।
आपसी विवाद के मामलों में दोनों पक्षों के लोगो को बुलाकर आपसी सहमति के आधार पर मामले का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित कराया जाएं।