सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
रॉकेट लर्निंग ऑर्गेनाइजेशन में हुआ चयन
कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कला, मानविकी एवं समाज विज्ञान संस्थान के अंतर्गत संचालित समाज कार्य विभाग के एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम में सत्र 2023-24 के दो छात्रों (अंकिता चौधरी एवं रितिक शर्मा) का चयन 3.5 लाख सालाना पैकेज में देश की प्रतिष्ठित संस्थान रॉकेट लर्निंग ऑर्गेनाइजेशन में हुआ है।
रॉकेट लर्निंग पूरे भारत में प्रारंभिक बचपन विकास (ईसीडी) को बढ़ावा देने वाला एक अग्रणी गैर-लाभकारी संगठन है। यह सुलभ प्रौद्योगिकी और आकर्षक सामग्री का लाभ उठाकर, व्यक्तिगत और डिजिटल रूप से, आंगनवाड़ी (सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित डेकेयर सेंटर) कार्यकर्ताओं और माता-पिता के लिए अभ्यास के समुदायों को विकसित करते हैं। साथ ही ये नीति और संरचनात्मक सुधार का भी समर्थन करते हैं। इनके समाधान स्केलेबल, प्रभावी और लागत प्रभावी है, प्रति वर्ष प्रति बच्चा केवल $1.50 पर। आज तक इस संस्थान का 2.5 मिलियन बच्चों पर प्रभाव अभूतपूर्व है, राष्ट्रीय स्तर पर 50% की तुलना में 70% बच्चे स्कूल और जीवन के लिए तैयार हैं। रॉकेट लर्निंग वर्तमान में अपने प्रभाव को बनाने, मापने और स्केल करने के लिए भारत के महिला और बाल विकास मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, 10 राज्यों और एमआईटी-जेपीएएल के साथ साझेदारी करके भारत के 11% सार्वजनिक प्री-स्कूलों और शिक्षकों तक पहुंचते हैं।
नई शिक्षा नीति के अनुसार गठित एमएसडब्ल्यू पाठ्यक्रम में छः स्पेशलाइजेशन को शामिल किया गया था, इनमें से प्रत्येक छात्र को किन्हीं दो स्पेशलाइजेशन का चयन करना था जिसके आधार पर इन दो छात्रों का चयन किया गया है। अभी तक पाठ्यक्रम से 50% से अधिक छात्रों का प्लेसमेंट राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ख्याति प्राप्त संस्थानों में हो चुका है। पाठ्यक्रम के समन्वयक डॉ. ए.पी. सिंह ने बताया कि छात्रों के अधिकतम प्लेसमेंट के प्रोत्साहन के लिए विभाग ने नई रणनीति बनाई है जिसमें उनके अंदर उद्यमिता विकास, कौशल विकास, व्यक्तित्व विकास एवं अन्य विभिन्न प्रकार की निपुणताओं को समाहित करने के लिए फील्ड वर्क पर अधिक फोकस किया जा रहा है, जिससे कि छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सके।