सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
विश्वविद्यालय में ‘स्टडी इन इंडिया पोर्टल’ के जरिये विदेशी छात्रों का लिया जा रहा है प्रवेश
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर मे अंतरराष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने तथा विदेशी छात्रों को एडमिशन हेतु प्रोत्साहित करने के लिए विगत वर्ष माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने अंतरराष्ट्रीय संबंध तथा अकादमिक सहयोग प्रकोष्ठ की स्थापना की थी।
तत्पश्चात, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के विश्व के 10 से अधिक विश्वविद्यालयों तथा संस्थाओं के साथ एमओयू हस्ताक्षर किए गए और विभिन्न गतिविधियों को भी संचालित किया गया।
इसी क्रम में विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने कई देशों का भ्रमण भी किया तथा विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए कई सारे कार्यक्रमों का आयोजन भी किया। फलस्वरूप अनेकों विदेशी छात्र विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सेज के प्रति आकर्षित हुए। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों के एडमिशन की प्रक्रिया भारत सरकार के ‘स्टडी इन इंडिया पोर्टल’ के माध्यम से की जा रही है। ढाई सौ से अधिक विदेशी छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सेज के प्रति रुझान दिखाते हुए विश्वविद्यालय में एडमिशन हेतु आवेदन किया है और अब तक 5 छात्र- छात्राओं के प्रवेश कंफर्म कर दिया गया है।
इसी क्रम में ब्राजील का एक छात्र ‘मार्सेलो गुडेस कूटो’ ने विश्वविद्यालय में एम०ए० हिंदू स्टडीज में एडमिशन लिया और कल वह विश्वविद्यालय परिसर में पढ़ाई हेतु पहुंचा।
अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रकोष्ठ के अधिकारियों प्रो० सुधांशु पांड्या, डॉ० प्रभात द्विवेदी तथा डॉ० राजीव मिश्रा ने उक्त छात्र से अंतरराष्ट्रीय संबंध सेल के ऑफिस में भेंट की तथा सभी औपचारिकताओं को पूर्ण किया। तत्पश्चात उस छात्र की भेंट कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक से कुलपति कार्यालय में हुई और कुलपति जी ने उसके शिक्षण की सभी आवश्यकताओं हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया और कहा कि हिंदू स्टडीज के कोर्स में वेद- वेदांत, भगवत् गीता, वैदिक गणित, कर्मकांड, योग- साधना इत्यादि का अध्ययन भी सम्मिलित कराया जाए तथा उनके शिक्षण हेतु आवश्यक विषय विशेषज्ञ तथा शिक्षकों चाहे वह परिसर से अथवा बाहर आईआईटी कानपुर, इस्कॉन मंदिर इत्यादि संस्थान के विशेष विशेषज्ञों के द्वारा भी पढ़ने की व्यवस्था की जाएगी। कुलपति जी ने ब्राजील के छात्रों की भारतीय संस्कृति तथा हिंदू धर्म में रुचि के प्रति अत्यंत खुशी जाहिर करते हुए उनकी प्रशंसा की। इस दौरान प्रति कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी भी उपस्थित थे।