सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
गोवंशों के लिए कब्रगाह बनी गौशाला में आधा दर्जन से अधिक बीमार व मृत पड़े गोवंशों की खबर कवरेज करने से बौखलाए प्रधान ने चार पांच साथियों के साथ मिलकर पत्रकार को बंधक बनाकर छीने दो मोबाइल,दस हजार रुपये फिर उसके साथ की मारपीट, जान से मारने व छेड़छाड़ व हरिजन उत्पीड़न के फर्जी मुकदमें में फंसाने की दी धमकी
पुलिस पेशोपेश में घटना के चार दिन बाद भी नहीं दर्ज हुआमुकदमा, पुलिस ने प्रधान समेत दो लोगों पर की शांति भंग की कार्यवाही
कानपुर देहात। कोतवाली शिवली क्षेत्र के ककरमऊ ग्राम पंचायत के मजरा पंथ नगर में चल रही बदहाल गौशाला में भूख प्यास से दो दिनों से गम्भीर रूप से बीमार मृत पड़े गोवंशों की खबर कवरेज करने अपने दो साथियों के साथ गए एक मीडिया कर्मी के साथ दबंग व अपराधी प्रवत्ति प्रधान ने अपने पुत्र व तीन चार साथियों के साथ मिलकर उसे बंधक बनाकर लाठी डंडों से मारपीट कर दो एंड्रॉयड फोन व दस हजार रुपये छीन लिए उसका चश्मा आदि तोड़ दिया।जिसके बाद फर्जी दलित उत्पीड़न व छेड़छाड़ के मुकदमें में फंसाने व जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित पत्रकार ने कोतवाली पहुंच तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। लेकिन ठहरी कोतवाली पुलिस महज आरोपी प्रधान व एक अन्य युवक को शान्ति भंग के आरोप में निरुद्ध कर कर्तव्यों से इति श्री कर ली और घटना के चार दिन बाद भी पीड़ित का न तो मेडिकल व उपचार एवं लूट का मुकदमा दर्ज करना जरूरी नहीं समझा जिससे जिले में मीडिया कर्मियों में रोष पनप रहा हैं। ग्रामीणों व किसानों को अवारा गोवंशों से बचाने के लिए सरकार द्वारा कानपुर देहात जिले के साथ साथ मैथा ब्लॉक क्षेत्र के ग्रामीण आंचलों में संचालित गौशालाएं जबरदस्त तरीके से अव्यवस्थाओं का शिकार हैं।जिसमें जिले से लेकर ब्लॉक में तैनात आला अधिकारियों के तुगलकी फरमान आग में घी का काम कर रहा हैं।गौशालाओं में चूनी चोकर खली गुड़ हरा चारे से लेकर अन्य व्यवस्थाएं अनियमितता का शिकार हैं। वहां पर गन्दगी और कीचड़ का साम्राज्य हैं।इन गौशालाओं में व्यवस्थाओं को सुधारने के बजाय जिम्मेदार आला अधिकारियों ने गौशालाओं में बाहरी व्यक्ति एवं मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर पाबंदी का मौखिक निर्देश देकर खुलेआम भृष्टाचार करने का संदेश दे डाला। जिसके बाद गौशालाओं की देखरेख का जिम्मा संभाले ग्राम विकास अधिकारी, प्रधान व वहां पर तैनात केयर टेकरों के दिमाग सांतवे आसमान पर हैं। जागरूक जनों द्वारा गौशालाओं में व्याप्त समस्याओं पर दृष्टिपात कर वहां की हकीकत से शासन प्रशासन को रूबरू कराने पर इन भृष्ट लोगों द्वारा इन पर उगाही व छेड़छाड़ का फर्जी का आरोप मढ़ते हुए बंधक बनाकर गाली गलौज व मारपीट कर पुलिस को मन गढ़ंत जानकारी देकर गुमराह कर चोर-चोर मौसेरे भाई कहावत को गोवंशों के नेवालों पर डाका डालने वाले लोगों के लिए आम बात हो गई हैं। जिसकी हकीकत की बानगी के लिए बीते दिनों रनियां व कोतवाली शिवली क्षेत्र के ककरमऊ गांव में स्थित गौशाला में व्याप्त अव्यवस्थाएं व मृत व बीमार पड़े गोवंश ही काफी हैं। बीते गुरुवार को एक सम्मानित समाचार पत्र के वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार पाण्डेय व उनके दो साथी कुलदीप व केशव मैथा क्षेत्र के ककरमऊ ग्राम पंचायत के मजरा पंथ नगर गांव में संचालित गौशाला में तीन चार बीमार व तीन मृत पड़े गोवंशों की जानकारी होने पर वहां खबर कवरेज करने गए थे जहां पर महिला केयर टेकर द्वारा मुख्य द्वार का ताला खोलने पर वह अंदर गए और वहां पर व्याप्त भीषण गन्दगी के बीच बीमार व मृत पड़े गोवंशों को देख उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। अधिकत्तर चारे की नादों से भूसा गायब था जिनमे था भी उनमें चोकर गायब था। एक कमरे में तीन बोरी चोकर शोपीस बना जरूर रखा था चूनी, खली गुड़, दवा हरा चारा दूर दूर तक नामोनिशान नहीं था। गौशाला में व्याप्त अनियमितताओं व आधा दर्जन से अधिक बीमार व मृत पड़े गोवंशों के हकीकत की पोल खुलते देख वहां मौजूद केयर टेकरों ने अपराधी प्रवत्ति दबंग प्रधान रामेश्वर को सूचना दी।जिससे बौखलाए प्रधान ने अपने पुत्र अरुण कुमार व तीन चार अज्ञात लोगों के साथ आ धमका और पीड़ित पत्रकार अनुज पाण्डेय के साथ गाली गलौज करते हुए गेट का ताला बंद कर दिया और मीडिया कर्मी अनुज को बंधक बना लिया। मौके की नजाकत को भांप पीड़ित पत्रकार के साथ आये दोनों मीडिया कर्मी भाग निकले। इसके बाद आरोपियों ने उसके दोनों एंड्रॉयड मोबाइल फोन व दस हजार रुपये छीन मारपीट करने लगा और दुबारा गौशाला की तरफ मुंह करने पर छेड़छाड़ दुष्कर्म व दलित उत्पीड़न के फर्जी मुकदमे में फंसा कर तबाह करने व जान से मारने की धमकी देने लगा। पीड़ित पत्रकार किसी तरह वहां से भागकर जान बचाई। इसके बाद पीड़ित पत्रकार कोतवाली पहुंचा और पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की गुहार लगाई। लेकिन ऊपर से नीचे तक भृष्टाचार के आकंठ में डूबे तंत्र ने गौशाला के जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही के बजाय पेशबंदी की गोटियां सेकनी शुरू कर दी। कोतवाली पुलिस ने कवरेज करने गए पत्रकार को बंधक बनाकर मोबाइल व रुपये छीनकर मारपीट व धमकी देने वाले आरोपित प्रधान व अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज न कर बल्कि उसके कब्जे से मोबाइल बरामद कर पीड़ित पत्रकार को सौपतें हुए दो लोगों पर शांति भंग की कार्यवाही कर कर्तव्यों से इति श्री कर ली जो क्षेत्र में लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ हैं।