सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर की गृह वैज्ञानिक डॉ0 निमिषा अवस्थी ने बताया कि करौंदा मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है उन्होंने कहा की करौंदा एक झाड़ीनुमा पोधा होता है। करौंदे का प्रयोग अचार और सब्ज़ी बनाने में किया जाता है। इसका पोधा बीज से अगस्त या सितम्बर में 1.5 मीटर की दूरी पर लगाया जाता है इसका स्वाद खट्टा होता है स्वभाव से ये गर्म तासीर का होता है पके हुए करोंदे खाने में बहुत अच्छे लगते है करोंदा भूख को बढ़ाता है और पित्त को शांत करता है। यह हृदय के लिए लाभकारी होता है करौंदा खाने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बड़ती है। कैल्सीयम होने के कारण यह दांतों के लिए लाभकारी होता है यह मुख को स्वस्थ रखता है इसको खाने से बजन कम होता है तथा हड्डियों को मज़बूती एवं चमकती त्वचा, मुँहासे की रोकथाम, बालों का बडना आदि करौंदा पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसमें प्रोटीन 1.1 से 2.2, विटामिन सी 1.6 से 17.9 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, लोहा तत्व 39.1 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, कैल्सीयम 21मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम, फ़ास्फोरस 38 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम पाया जाता है। इसलिए ये स्वस्थ प्रतिरक्षा का निर्माण करता है ओर शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है साथ ही इसमें मोजूद लोहा हिमोगलोविन की कमी नही होने देता है इस प्रकार से करौंदा हमारे शरीर के लिए अति लाभदायक होता है।