सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय परिसर स्थित आचार्य विद्यासागर सुधासागर जैन शोध पीत में 2024-2025 में संचालित जैनदर्शन, प्राकृत भाषा और अपभ्रंश भाषा के पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये गये है। इन नूतन पाठ्यक्रम का सृजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधान के तहत किया गया है।माननीय कुलपति महोदय डॉ0 विनय पाठक जी दिशा निदेश अनुसार आचार्य विद्यासागर सुधासागर शोध पीठ के न्यासी मंडल के प्रमुख प्रदीप जैन तिजारा वाले, पीठ सचिव सुमित कुमार जैन शास्त्री, डॉ0 कोमल चन्द्र जैन, असिस्टेंट प्रोफेसर राहुल जैन ‘शास्त्री’ मध्यप्रदेश के सागर जिले में विराजमान जमत पूज्य निर्यापक जैन मुनि श्री 108 सुधासागर जी महाराज के पास पहुंचे। सभी सदस्यों ने गुरुदेव से जैन पीठ द्वारा संचालित पाठ्यक्रम के नवीनतम मुद्दों और विकास के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए पाठ्यवर्या का विकास बहुत महत्वपूर्ण है। जिससे भारतीय संस्कृति का विकारा और युवाओं को नये नये रोजगार के साधन उपलब्ध होते रहें। इसके अलावा गुरुदेव ने कहा भगवान महावीर के उपदेश प्राकृत और जैनदर्शन में निहित है जो अहिंसा पर बल देते है। आज वैश्विक जगत में शान्ति और समृद्धि बनाये रखने के लिए जैनदर्शन में निहित मूल्यों की समाज को अत्याधिक आवश्यकता है। इसके अलावा मुनिश्री ने नारी शक्ति को सम्बोधित करते हुऐ कहा की महिलाये केवल भोजन बनाने तक सीमित न रहे वे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने परिवार को शिक्षित कर एक अच्छे राष्ट्र
निर्माण में महनीय भूमिका प्रदान कर सकती है।
पूज्य मुनिश्री ने मननीय कुलपति महोदय जी एवं सम्पूर्ण विश्वविद्यालय के शिक्षकगण को अपना विशेष आशीर्वाद प्रदान किया और उन्होंने कहा कि कुलपति महोदय जी के सहयोग के बिना यह कार्य कभी भी विश्वविद्यालय स्तर पर सपादित नहीं हो सकता था। इस कार्य के लिए कानपुर जैन समाज ने विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया और कहा की सम्पूर्ण जैन समाज माननीय कुलपति जी महोदय का इस कार्य के लिए ऋणी रहेगा।
इस अवसर पर मननीय कुलपति महोदय डॉ0 विनय जी पाठक, प्रदीप कुमार जैन ‘तिजारावाले’, अरविन्द्र जैन, प्रो0 सुरेन्द्र जैन भारती, पीठ सचिव सुमित जैन शास्त्री, प्राध्यापक राहुल जैन, डॉ0 कोमल चन्द्र जैन, मनोज जैन आदि ने मुनिश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया ।