सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। कुलाधिपति एवं श्री राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमती आनंदी बेन पटेल जी के निर्देश के क्रम में विश्वविद्यालय द्वारा अंगीकृत नवीन प्राथमिक पाठशाला रावतपुर कानपुर में कृषि वैज्ञानिकों ने व्यक्तिगत व सामाजिक स्वच्छता के बारे में जानकारी देते हुए छात्र-छात्राओं को स्वच्छता के लाभ व सामाजिक स्वच्छता कैसे बनाए रखें के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर कानपुर देहात की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने बच्चों को जानकारी देते हुए कहा कि व्यक्तिगत स्वच्छता महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। स्वच्छता के माध्यम से व्यक्ति अपने शरीर को कीटाणु, बैक्टीरिया और वायरस से बचा सकता है। स्वच्छ रहने से संक्रमण का खतरा कम होता है और रोगों से बचाव से मदद मिलती है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ रहेंगे तो त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहेगी। स्नान, हाथ धोना, शरीर को रगड़कर साफ करने से त्वचा के कीटाणु और धूल-मिट्टी हट जाती है और त्वचा को ताजगी मिलती है। इसके लिए नियमित स्नान करे, हाथ धोते रहें, साफ कपड़े पहनें, नाखून काटें, दांतों की सफाई स्वच्छ वातावरण बनाएं जैसे कि घर, कार और अपने काम के स्थान को। मृदा वैज्ञानिक डॉ0 खलील खान ने बताया कि व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ साथ अपने वातावरण को भी स्वच्छ रखना हमारी जिम्मेदारी है, इसलिए प्लास्टिक वह पॉलिथीन का प्रयोग कम से कम करना चाहिए। ये चीजें बायोडिग्रेडेबल नहीं होती है मतलब जल्दी सड़ती नहीं है जिससे कि पशुओं के द्वारा इनका सेवन करने से उनकी मृत्यु तक हो जाती है, इसके अलावा यह नाली नाले में इकट्ठा होकर पानी के निपटान में बाधा उत्पन्न करते हैं जिससे गंदे पानी में मच्छर पनपते हैं और डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया इत्यादि बीमारियां फैलती हैं। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गोपाल मिश्रा ने बच्चों से कहा की विद्यालय साफ रखने की भी जिम्मेदारी हमारी ही है। कार्यक्रम में विद्यालय के कक्षा 5 तक के 45 बच्चे उपस्थित थे। बाद में सभी बच्चों को बिस्कुट का वितरण किया गया।