सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया गया सम्मानित
बीते एक वर्ष में रिसर्च में बेस्ट अचीवमेंट के लिए भी शिक्षकों को मिला गोविंद हरी सिंद्यानिया अवार्ड
प्रश्न बैंक के सब्जेक्ट टीचर्स को भी मंच से मिला सम्मान
कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के रानी लक्ष्मी बाई प्रेक्षागृह में गुरुवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के योगदान को मंच से सराहा गया और सम्मानित किया था।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के छायाचित्र पर पुष्प वर्षा से किया गया। कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक ने किया, उन्होने कहा कि शिक्षक वह व्यक्ति होता है जिसे संपूर्ण जीवनकाल में सबसे ज्यादा प्रसन्नता तब होती है जब वह शिष्य को शीर्ष स्तर पर देखता है। हमारी संस्कृति हमें यह बताती है कि जहां गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है। भारतवर्ष की धरती ने न जाने कितने ऐसे गुरुओं को जन्म दिया है जिनकी प्रतिभा का व्याख्यान शब्दों में करना मुश्किल है। प्रो0 पाठक ने यह भी बताया कि हमारा विश्वविद्यालय कुशल शिक्षकों के माध्यम से अपने शीर्ष स्तर की ओर बढ़ रहा है। नैक ए प्लस प्लस से लेकर यूजीसी कैटगरी एक में विश्वविद्यालय ने सभी के साथ मिलकर सफलता हासिल की है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सृजन पाल सिंह जी को आमंत्रित किया गया, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा में नवाचार और शोध की आवश्यकता पर बल दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के स्तंभ होते हैं और उनके बिना समाज की प्रगति असंभव है। शिक्षक देश के भविष्य का निर्माण करते हैं और उनका योगदान अनमोल है उन्होंने बताया की हमे शोध के क्षेत्र में मूल शोध करनी होगी तभी हम सही ढंग से सफल बन पाएंगे और देश को सशक्त बना पाएंगे। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जाने माने वैज्ञानिक मयंक द्विवेदी को आमंत्रित किया गया, उन्होने अपने संबोधन में शिक्षकों के महत्व और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में शिक्षकों को तकनीकी और आधुनिकता से जुड़कर काम करना पड़ेगा तभी हम आने वाले समय को सही ढंग से पहचान पाएंगे और सुचारू रूप से काम कर सकेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो0 सुधीर कुमार अवस्थी ने कहा कि शिक्षक दिवस सिर्फ शिक्षकों के योगदान को याद करने का अवसर नहीं है, बल्कि यह समाज को शिक्षकों की महत्ता को पुनः स्मरण कराने का भी दिन है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में लॉन्च किए गए प्रश्न बैंक के बनाए जाने में शामिल सभी शिक्षकों और उनके समन्वय डॉ0 विशाल सक्सेना को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 मानस उपाध्याय ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डॉ0 अनिल कुमार यादव ने दिया।
44 सेवानिवृत शिक्षकों को किया गया सम्मानित
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रो नंदलाल यादव समेत 44 सेवानिवृत्त शिक्षकों को सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय और सम्बद्ध कॉलेजों से सेवानिवृत्त शिक्षकों को कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक समेत सभी अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न प्रदान किए
रिसर्च के लिए 9 शिक्षकों को गोविंद हरी सिंद्यानिया अवार्ड दिया गया
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालय के 9 शिक्षकों को रिसर्च में बेहतर प्रदर्शन के लिए गोविंद हरी सिंद्यानिया अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार के तहत कैश प्राइज मनी, प्रशस्ति पत्र के साथ स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। इन शिक्षकों ने बीते एक वर्ष अपने-अपने विषय में उत्कृष्ठ शोध पत्रों को प्रकाशन किया है।
बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को भी सम्मान
शिक्षक दिवस के अवसर पर कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, कुलसचिव डॉ0 अनिल कुमार यादव एवं अन्य अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के उन शिक्षकों एवं कर्मचारियों को उनके बच्चों के साथ सम्मानित किया, जिन्होने दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन किया है।