सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। सिविल लाइन्स में स्थित हाऊसिंग डवलपमेंट फाइनेंस कम्पनी में क्लस्टर मैनेजर रिकवरी के पद पर तैनात उन्नाव निवासी अजित बाजपेयी की हार्ट अटैक से बीती 8 सितंबर को मौत हो गयी थी। इस मौत को लेकर म्रतक के परिजनों ने कम्पनी के ज़ोनल हेड, एरिया मैनेजर और रीज़नल मैनेजर के अजित के मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाते हुए कम्पनी के कार्यालय में जमकर हंगामा काटा और मौके पर भारी फोर्स लेकर पहुँचे कोतवाली थानां प्रभारी को म्रतक अजित की पत्नी ने प्रार्थना पत्र देकर कम्पनी के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्जकर कार्यवाही की माँग की है। मृतक अजीत बाजपेई की पत्नी ने कंपनी के उच्चाधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उनके पति कंपनी के अधिकारियों के जबरन इस्तीफा लेने के बाद से मानसिक तनाव में थे और इसी कारण उनका ह्रदय गति रुक जाने से देहांत हो गया है । अब परिवार में मौजूद वह और उनकी दोनो बेटियां निराश्रित है उनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या आ खड़ी हुई है।
म्रतक की पत्नी मनीषा बाजपेयी ने बताया कि उनके पति पिछले 5 वर्षों से शुभम हाउसिंग डबलेपमेन्ट फाइनेन्स कम्पनी लिमिटेड कम्पनी में क्लस्टर मैनेजर (रिकवरी) की पोस्ट पर कार्यरत थे। कम्पनी के ही जोनल हेड दीपक मिश्रा, एरिया मैनेजर जय प्रकाश तिवारी उर्फ जे०पी० तिवारी व प्रभात सिंह रिजनल मैनेजर द्वारा लगातार पति को मानसिक रूप से प्रताडित करते थे तथा अपने किसी अपने अन्य हितैषी को पति अजीत के स्थान पर कम्पनी ज्वाइंन कराने को लेकर गाली गलौज करते थे तथा नौकरी छोडने को मजबूर कर रहे थे जो कि उनके द्वारा की गयी फोन की कॉल रिकार्डिंग से स्पष्ट है तथा जबरन मजबूर कर अजीत की सेलरी रोक दी गयी तथा कम्पनी पर बकाया ढाई लाख रुपया भी रोक कर प्रताड़ित कर जबरन बीती 5 सितंबर को रिजाइन करवा लिया जो कि वाट्सअप पर मैसेज भी है। जबरन रिजाइन लेने से अजित मानसिक अवसाद में आ गये तथा अपनी दो पुत्रियों एवं परिवार की जिम्मेदारियों व हर माह लोन की किश्तो के कारण अत्याधिक मानसिक रूप से परेशान हो गये। जिस कारण दिनांक 08.09.2024 को अपने पूर्व निवास जमुना नगर में जहां पहले इसी कम्पनी में कार्यरत थे वहां से सामान लेते जाते समय हरिद्वार में हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गयी। अजीत की मृत्यु के लिये दीपक मिश्रा, जय प्रकाश तिवारी (जे०पी० तिवारी) व प्रभात सिंह ही जिम्मेदार है जिनके द्वारा अजीत की नौकरी छोडने के लिये अनैतिक तरीके से परेशान व मजबूर किया गया तथा गाली गलौज की गयी तथा जबरन डरा धमका कर नौकरी छुडवा दी गयी। जिस कारण उनकी अत्याधिक मानसिक अवसाद से मृत्यु हो गयी।