सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आज सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में माघ मेला-2025 के दृष्टिगत गंगा नदी की जल गुणवत्ता एवं स्वच्छता सुनिश्चित करने के साथ-साथ आगामी शीतकालीन सत्र में शहर की वायु गुणवत्ता एवं वायु गुणवत्ता सूचकांक पर प्रतिकूल प्रभाव की रोकथाम हेतु शहरी क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों से उत्सर्जित धूल एवं वायु प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम हेतु विभाग-वार की गई कृत कार्यवाहियों की समीक्षा की गई। साथ ही बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, कानपुर मेट्रो रेल कारपोरेशन धूल उत्सर्जन के नियंत्रण हेतु किए गए उपायों का प्रस्तुतीकरण किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति एवं जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निम्नलिखित निर्देश दिएं।
माघ मेला 2025 के दृष्टिगत पर्यावरण अभियंता नगर निगम एवं अधिशासी अभियंता, जल निगम यह सुनिश्चित करें कि गंगा नदी एवं पांडू नदी में प्रवाहित होने वाले नालों की टैपिंग तथा अनटैप्ड नालों में बायोरेमिडिएशन का कार्य प्रत्येक दशा में एक सप्ताह में प्रारंभ किया जाएं।
माघ मेला 2025 के दृष्टिगत पर्यावरण अभियंता नगर निगम एवं अधिशासी अभियंता, जल निगम यह सुनिश्चित करें कि गंगा नदी एवं पांडू नदी में प्रवाहित होने में डेसिल्टिंग का कार्य सुरू किया जाएं।
परियोजना प्रबंधक, उ0प्र0 जल निगम (नगरीय) को निर्देशित किया गया कि कानपुर नगर के समस्त एसटीपी का निर्बाध संचालन एवं विद्युत आपूर्ति से संबंधित विषयों डी जी सेट इत्यादि का समुचित संचालन किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएं।
समस्त संबंधित अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि यह सुनिश्चित करें कि माघ मेला के दौरान किसी भी एसटीपी का संचालन बाधित न हो।
जनपद कानपुर नगर की समस्त एक करोड़ से ऊपर की समस्त परियोजनाओं को डस्ट कंट्रोल एप में दर्ज कराएं।
केडीए विभाग को नोटिफाइड वेट लैंड के 50 मीटर दायरे में निर्माण कार्य रोके जाने हेतु डीएफओ को निर्देश दिए।
परियोजना प्रबंधक उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण यह सुनिश्चित करे कि मागमेला 2025 के पूर्व सीवेज प्रबंधन हेतु समस्त एसटीपी एवम संबंधित पंपिंग स्टेशनों में अक्रिया शील पंपों की मरम्मत कार्य शीघ्र कराया जाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कानपुर को बायोमेडिकल वेस्ट का समुचित निस्तारण किए जाने हेतु समिति का गठन किए जाने हेतु निर्देश दिए, तथा क्षेत्रीय अधिकारी को उक्त जांच हेतु समिति का गठन किए जाने हेतु निर्देश दिए।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए गए कि वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्र निर्गत करने वाले नॉन आइडेंटिफाईड, नॉट ऑपरेशनल पीयूसी सेंटर को लाइसेंस निरस्त किए जाने हेतु की गई कार्यवाही से एक सप्ताह के अंदर अवगत कराना सुनिश्चित करें एवं इस संबंध में प्रस्ताव परिवहन आयुक्त को प्रेषित किया जाएं।
क्षेत्रीय अधिकारी, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यह सुनिश्चित करें कि मॉल रोड स्थित मेट्रो के आरएमसी प्लांट के आस पास एकत्रित कंस्ट्रक्शन मटेरियल एवं अन्य गतिविधियों के कारण होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों की जांच की जाएं।
जिला प्रवर्तन कमेटी का गठन किए जाने हेतु जिलाधिकारी महोदय ने क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण को अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करे।
27 एमएलडी एसटीपी के संचालन हेतु नगर विकास को जिलाधिकारी महोदय द्वारा यूपी जल निगम नगरीय के माध्यम से पत्र प्रेषित करे।
वानकी प्रभागीय निदेशक को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्राप्त निर्देश के क्रम में गंगा ग्रामों एवं नदी आसपास के खाली पड़े क्षेत्र में जिला पंचायती राज अधिकारी के साथ मिलकर सघन वनीकरण करने हेतु भूमि का चिन्हांकन करते वनीकरण कराने की कार्यवाही करना सुनिश्चित किया जाएं।
अटल घाट में हरिद्वार एवं ऋषिकेश की तर्ज पे गंगा आरती आयोजन कराने हेतु स्टील के तख्त आदि समुचित व्यवस्था का ब्लू प्रिंट बनाकर अति शीघ्र बनाकर प्रस्तुत करने हेतु दिए गएं।
जनपद के समस्त गंगा घाटों पर समय समय पर नियमित सफाई अभियान चलाने के निर्देश अपर नगर आयुक्त को दिए तथा उनके द्वारा रेंडल गंगा घाटों की सफाई की जांच कराने के निर्देश भी दिए यदि उनके निरीक्षण के दौरान गंगा घाटों में यदि गंदगी मिलती है तो संबंधित सफाई नायक के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
स्वच्छता ही सेवा अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत सभी विभागों द्वारा कार्य योजना के अनुरूप आयोजित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई साथ ही हर दिन आयोजित होने वाली गतिविधियों को स्वच्छता ही सेवा पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गएं।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग से मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा उनके प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए।
जिला पंचयत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा बैराज पर गंदगी फैलाने वाले मैगी प्वाइंट दुकानदारों से पर्यावरण क्षतिपूर्ति वसूल की जाएं।
बैठक में प्रभागीय वन अधिकारी, क्षेत्रीय अधिकारी, उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, परियोजना प्रबंधक यूपी जलनिगम (ग्रामीण), परियोजना प्रबंधक (नगरीय) यूपी जल निगम, प्रोजेक्ट मैनेजर के आरएमपीएल, सचिव 20 एमएलडी सीईटीपी जटेटा समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।