सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। कृषि विभाग द्वारा मैथा बीआरसी में एकदिवसीय शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान ने बताया कि भोजन में मोटे अनाजों का अधिक प्रयोग करें, क्योंकि इन अनाजों में अन्य अनाजों की तुलना में प्रोटीन, वसा एवं खनिज लवण अधिक मात्रा में होते हैं। उन्होंने बताया कि इस समय मोटापा, शुगर, अर्थराइटिस जैसी अनेक बीमारियां व्यापक रूप से लोगों में हो रही हैं। इन बीमारियों से मुक्ति पाने के लिए आवश्यक है कि श्री अन्न (मोटे अनाजों) का प्रयोग करें। उन्होंने कहा है कि इन अनाजों में रोगों से लड़ने की क्षमता भी होती है। उन्होंने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि वह अभिभावकों को इस संबंध में अवगत कराकर छात्रों को मोटे अनाज खाने हेतु प्रेरित करें। इस अवसर पर बीज प्रभारी दीपक कुमार तथा टीएसी सूर्य प्रताप सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।
उधर विकासखंड परिसर सरवन खेड़ा में शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इसमें मिलेट्स पुनरुद्धार योजना के तहत स्कूल के अध्यापकों को अन्न के महत्व एवं उपयोगिता विषय पर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षक डॉक्टर आरएल आर्या ने कहा कि छात्र छात्राओं को मोटे अनाजों के प्रति जागरूक करें।उन्होंने सरल शब्दों में कहा कि ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदो, रागी आदि को मोटे अनाजों में शामिल किया गया है। इस अवसर पर गोदाम प्रभारी श्री प्रद्युम्न यादव, सुभाष चंद्र, संदीप कुमार सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।