
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के ऑडिटोरियम हॉल (कैलाश भवन) में आज कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की श्री राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी की अध्यक्षता में 26वें दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर 62 मेधावियों को पदक एवं पुरस्कार दिए गए। कुल 601 छात्र छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई। उपाधियां और मेडल पाकर छात्र-छात्राएं झूम उठे। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 14 छात्र छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 14 छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय रजत पदक, 13 छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय कांस्य पदक एवं 21 छात्र छात्राओं को प्रायोजित स्वर्ण पदक से नवाजा गया। प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय गेहूं एवं मक्का शोध केंद्र मेक्सिको के महानिदेशक डॉक्टर ब्रैम गोवार्ट्स और विशिष्ट अतिथि श्री सूर्य प्रताप शाही मा. मंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उत्तर प्रदेश सरकार एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने मेधावियों को पदक दिए। इस दौरान पदक धारकों की तस्वीर कुलाधिपति महोदया एवं अतिथियों के साथ ली गई। इस अवसर पर एक से अधिक पदक कई छात्र छात्राओं को मिले। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय गेहूं एवं मक्का शोध केंद्र मेक्सिको के महानिदेशक डॉक्टर ब्रैम गोवार्ट्स को कुलाधिपति महोदया द्वारा मानद उपाधि से विभूषित किया गया। राज्यपाल एवं कुलाधिपति महोदया द्वारा इस अवसर पर संबिलियन विद्यालय/माध्यमिक विद्यालय कानपुर देहात, रायबरेली, फतेहपुर के विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी 12 छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र, पुस्तकें, पेन एवं बैग आदि भेंट की। तथा 10 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट भेंट की। जबकि तीन स्कूल के प्रधानाध्यापकों को 200 पुस्तक भी भेंट की गई।
इस अवसर पर सर्वप्रथम कुलाधिपति महोदया एवं अतिथियों द्वारा जल एवं पर्यावरण संरक्षण के महत्व हेतु प्रेरित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सर्व प्रथम कुलपति ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। तथा शिक्षण, शोध एवं प्रसार कार्यों के नवाचारो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ0 ब्रैम गोवार्ट्स ने सभी पदक व उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा दलहन, तिलहन एवं खाद्यान्न फसलों की 305 से अधिक प्रजातियां निकालकर कृषि क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया है। तथा हरित क्रांति में इस विश्वविद्यालय का बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पाद के लिए कृषि विविधीकरण पर बल दिया। इस अवसर पर कुलाधिपति एवं श्रीराज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने मुख्य अतिथि डाॅ0 ब्रैम को मानद उपाधि हेतु बधाई दी। तथा सभी उपाधि धारक छात्र छात्राओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देश में अधिकतर जनसंख्या आज भी गांव में निवास कर रही है तथा ग्रामीण महिलाएं कृषि क्षेत्र जो पशु पालन, मछली पालन, हथकरघा, डेरी उत्पादन में अपनी सहभागिता दे रही हैं और आत्मनिर्भर हो रही हैं। तथा भारतीय अर्थ व्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि लागत को कम किया जाए तथा गौ आधारित प्राकृतिक एवं जैविक खेती को अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि देश में खाद्यान्न उत्पादन में पांच गुना, मछली में 12.5 गुना, दूध में 9 गुना एवं अंडा में 39 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में ड्रोन दीदी एवं कृषि सखियों का भी चयन किया जा रहा है जो निश्चित तौर पर कृषि उत्पादकता बढ़ाने में योगदान देंगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन शुभी गुप्ता ने किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉक्टर संजय सिंह, विधायक एव बोर्ड के सदस्य, श्री सुरेन्द्र मैथानी जी, अवधेश कुमार सिंह, जिला प्रशासन के अधिकारी गण, सभी अधिष्ठाता गण, निदेशक गण, विभागाध्यक्ष एवं सभी संकाय उपस्थित रहे।