
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आज सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के
अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की शाखीनिकाय की बैठक संपन्न हुई। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय वेक्टर जनित कार्यक्रम, राष्ट्रीयकुष्ठ निवारण कार्यक्रम, पुनरीक्षित क्षय नियंत्रण कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जननी सुरक्षायोजना, राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, आयुष्मान कार्ड आदि कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की समीक्षा के दौरान पाया गया कि पंचायत विभाग को आबंटित कार्य न करने वाले ए०डी०ओ० पंचायत चौबेपुर, घाटमपुर को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गएं। आई०सी०डी०एस० विभाग के अन्तर्गत आवंटित कार्य न करने पर सी०डी०पी०ओ० चौबेपुर, घाटमपुर को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गएं साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के संचारीरोग के नोडल अधिकारी को जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से चेतावनी पत्र निर्गत करने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा अन्य उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निम्नलिखित निर्देश दिए गएं।
सर्वप्रथम ई-कवच पोर्टल पर सैम बच्चो की समीक्षा के दौरान पाया गया कि 163 अति कुपोषित बच्चों की फीडिंग शेष बची हुई है। जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शिवराजपुर एवं पतारा के चिकित्सा अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया जायें तथा माह अक्टूबर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार बच्चों एवं दवाईयों के वितरण की फीडिंग शतप्रतिशत करवाई जाएं। ई-कवच पोर्टल का अनुश्रवण नोडल अधिकारी के द्वारा प्रतिदिन किया जाएं।
जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत प्रसव केन्द्रो की संख्या बढाया जाएं, इस सम्बन्ध में बजट/ मानव संसाधन की उपलब्धता हेतु शासन को पत्र प्रेषित किया जाएं।
डैशबोर्ड रैंकिग की समीक्षा के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा निर्देशित किया गया कि सरकारी चिकित्सालय में प्रसवो की संख्या को बढाया जाएं। साथ ही आई०ई०सी० इत्यादि के माध्यम से क्षेत्रीय जनता/आम जनमानस को जागरूक भी किया जाएं।
आभा आई०डी० की समीक्षा के दौरान पाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरसौल में आभा आई०डी० प्रगति सबसे कम है, जिस पर जिलास्वास्थ्य समिति द्वारा चिकित्सा अधीक्षक, सामु० स्वा० के० सरसौल को निर्देशित किया गया कि आगामी माह में आभा आई०डी० की प्रगति का प्रतिशत अधिक हो। नोडल अधिकारी एन० यू० एच० एम० को निर्देशित किया गया कि शहरी क्षेत्र में आभा आई०डी० की पुनः फीडिंग करवाते हुऐशहरी क्षेत्र की फीडिंग बढावाई जाएं।
राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा निर्देशित किया गया कि एम० डी० आर० के चिन्हित मरीजों का शत प्रतिशत इलाज करवाया जाएं तथा पब्लिक एवं प्राइवेट सेक्टर में डी०बी०टी० भुगतान शतप्रतिशत करवाया जाएं।
जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि प्रसव केन्द्रों की संख्या बढाई जाएं। शून्य प्रसव वाली आशाओं को चिन्हित कर नोटिस प्रदान किया जाएं। लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत प्रगति को बढाया जाएं। न्यूनतम प्रसव कराने वाले चिकित्सा अधीक्षक, सामुदायिक स्वा०के० कल्याणपुर, बिल्हौर, एवं जिलामहिला चिकित्सालय को जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नोटिस प्रदान किया जाएं।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के दौरान निर्देशित किया गया कि जिन ऑगनवाडी केन्द्रों व स्कूलो में उपस्थित शतप्रतिशत नहीं है उन केन्द्रों को चिन्हित करते हुऐ कार्यवाही की जाएं।
नियमित टीकाकरण कार्यकम के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा निर्देशित किया गया कि जीरो वैक्सीन सेशनवाली क्षेत्र को चिन्हित कर सम्बन्धित चिकित्सा अधीक्षक को चेतावनी निर्गत करते हुए वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएं तथा ओवर ड्यू बच्चों की प्रतिदिन समीक्षा करते हुए शत प्रतिशत प्रगति की जाएं।
जिन आशाओं द्वारा दिए गएं लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति पाई गई है।
आशाओं को नोटिस प्रदान किया जाएं।
वित्तीय समीक्षा के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा निर्देशित किया गया कि समस्त पत्रावली वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी के माध्यम से ही प्रचलितकिया जाएं।
आयुष्मान कार्यकम की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि आयुष्मान कार्ड न बनाने वाले चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को चिन्हित करते हुऐ चेतावनी पत्र निर्गत किया जाएं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आलोक रंजन, समेत समस्त संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।