
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
पुराना बिठूर में मंगलवार शाम की वारदात, पुलिस ने उर्सला में कराया भर्ती
पुलिस ने महिला का कराया पोस्टमार्टम, शव परिजनों को सौंपा
कानपुर। बिठूर में मंगलवार को जमीन से ट्रैक्टर निकालने पर दबंगों ने महिला को जिंदा जला दिया था। पुलिस ने महिला को गंभीर हालत में उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां मंगलवार भोर महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने बेटे की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर तीन लोगों को हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने महिला का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुराना बिठूर निवासी 60 वर्षीया उषा देवी तीन बेटे-बहू के साथ रहती थी। मझंले बेटे अजय ने बताया कि पड़ोस में रहने वाली ननका देवी से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। घर के पास ही कुछ खाली जमीन पड़ी हुई है। उसके बगल में ननका देवी की भी खाली जमीन है। इस वक्त घर में काम चल रहा था। मंगलवार को छोटा भाई विजय ने ट्रैक्टर को ननका देवी की जमीन से निकालकर घूरे वाली जगह पर खड़ा कर दिया। जिसका ननका देवी के बेटे दयाशंकर, कृपाशंकर और उमाशंकर ने विरोध किया और मारपीट शुरू कर दी। मां उषा देवी ने बिठूर थाने में तहरीर दी। कुछ देर बाद पुलिस आई और दोनों पक्ष के लोगों को समझा-बुझाकर चली गई। शाम करीब चाढ़े चार बजे ननका देवी अपने तीनों बेटों के साथ कार से आई और घर में घुसकर मारपीट करने लगी। इस बीच उषादेवी का छोटा बेटा विजय आ गया तो दबंगों ने उसे भी पीट दिया। आरोप है कि इस बीच ननका देवी के बेटे दया शंकर ने गाड़ी से एक कैन (डीजल) का निकाला और मां के उपर डालकर आग लगा दी। यह देखकर बेटा विजय भागकर बिठूर थाने पहुंचा और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी भाग गए थे। पुलिस ने महिला को बिठूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उर्सला रेफर कर दिया। पुलिस ने उषा देवी के बेटे विजय की तहरीर पर तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया। इधर, बुधवार भोर करीब चार बजे उषादेवी की इलाज के दौरान उर्सला में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया।