सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। देश के मशहूर औद्योगिक घरानों में गिने जाने वाले कानपुर के सिंघानिया परिवार में संपत्ति पैसे का विवाद अब कोर्ट से थाने तक पहुंच गया है। राधाकुंज कालपी रोड निवासी अम्बिका सिंघानिया ने गुरुवार कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में प्रेसवार्ता कर बताया कि वो उद्योगपति हेमंतपत सिंघानिया की बहू और अरुणपत की पत्नी है अरुण की मौत 2003 में हो चुकी है। अम्बिका ने अपने जेठ शरद सिंघानिया और बेटे अद्ववैतपत सिंघानिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया के जेठ ने फर्जी तलाक की डिक्री बनवाकर पूरी पुस्तैनी सम्पत्ति हड़पना चाहते है जेठ ने उनके बेटे को भी बरगला रखा है। अम्बिका ने बताया कि बीती 3 अक्टूबर को वो पुलिस आयुक्त आखिल कुमार के सामने पेश होकर आशंका जताई थी। वो कोर्ट की तारीख़ पर दिल्ली जा रही। इस दौरान घर पर चोरी और कब्जा हो सकता है। जिसपर पुलिस आयुक्त ने फ़जलगंज थाने की पुलिस को सुरक्षा के लिए निर्देशित किया गया था। अम्बिका के अनुसार जब वो दिल्ली से लौटी तो पता चला उनके घर से कई सामान चोरी हो चुके है। चोरी की घटना घर पर में लगे सीसीटीवी कैमरो में कैद हो गयी, सीसीटीवी में नौकर हरीश गार्ड राज कुमार, बेटे समेत अन्य चार-पाँच लोग कैद हो गए, जिसके बाद उन्होंने थाने से लेकर डीसीपी तक फरियाद की लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने कहा- माँ- बेटे में सम्पत्ति का विवाद है माँ ने शिकायत की है। उनके द्वारा की गई शिकायतों की जांच करवाई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएंगी।
धोखाधड़ी कर ट्रस्ट के करोड़ो रुपये हड़पने का भी आरोप
अम्बिका सिंघानिया के पुत्र प्रनव पत सिंघानिया ने भी कुछ दिन पहले फजलगंज थाने में कोर्ट के जरिए चाचा शरदपत सिंघानिया, उनके बेटे उदितपत सिंघानिया, विदुषपत सिंघानिया और चाची मीनाक्षी सिंघानिया और अपने बड़े भाई अद्ववैतपत सिंघानिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इन पर धोखाधड़ी कर ट्रस्ट के करोड़ो रुपये हड़पने और धमकाने के आरोप लगाए गए है।