सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
महिला के मायके पक्ष ने इलाज न कराने का लगाया आरोप
मायके पक्ष ने थाने में दी तहरीर, पुलिस जांच में जुटी
कानपुर। जूही में बुधवार देर शाम इलाज को ले जाते वक्त रास्ते में जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। महिला आठ माह गर्भवती थी। मायके पक्ष ने पति पर इलाज न कराने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जूही थानाक्षेत्र के जगन्नाथ का हाता निवासी 22 वर्षीय अंशिका ने घर के पास रहने वाले शशांक से लव मैरिज की थी। पति ने बताया कि अंशिका की मानसिक हालत ठीक नहीं रहती थी। जिसका जूही के एक डॉक्टर ने इलाज भी चल रहा था। अंशिका आठ माह की गर्भवती भी थी। बुधवार को अचानक पत्नी को दौरा व झटके आने लगे। यह देखकर शशांक उसे डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने यह कहकर वापस कर दिया कि महिला गर्भवती है। इसे उर्सला ले जाओ। वहां डॉक्टर ने हैलट के लिए रेफर कर दिया। शशांक पत्नी को लेकर घर चला गया। इसके बाद वहां घर से हैलट जा रहा था। तभी रास्ते में अंशिका की मौत हो गई। पति महिला का शव लेकर घर चला आया। महिला की मौत की जानकारी जब परिजनों को हुई तो वह लोग घर पहुंचे। मृतका के मायके पक्ष ने इलाज न कराने का आरोप लगाते हुए जूही थाने में तहरीर दी। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जूही थानाप्रभारी ने बताया कि महिला के मायके पक्ष से तहरीर मिली है। मामले की जांच की जा रही है।