सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
सशक्त एवं स्वतंत्र प्रेस लोकतंत्र की आधारशिला: प्रतिकुलपति प्रो0 सुधीर कुमार अवस्थी
पहले से अधिक बढ़ गई है मीडिया की जिम्मेदारी: राघवेश पाण्डेय
पत्रकारिता विभाग में भारतीय लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजित
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में शनिवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय भारतीय लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका था। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में राज्य सूचना आयुक्त श्री पदुम नारायण द्विवेदी और विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व संयुक्त निदेशक दूरदर्शन श्री राघवेश पांडेय के रूप में उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता श्री द्विवेदी ने आज मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। इसकी निष्पक्षता, पारदर्शिता और जिम्मेदारी समाज के विकास के लिए आवश्यक हैं। यह केवल खबरें पहुंचाने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज को दिशा देने और सचेत करने का कार्य भी करता है। उन्होंने मीडिया की जिम्मेदारियों, चुनौतियों और इसकी शक्ति को गहराई से समझने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि आज के समय में हम अपनी पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों को भूलते जा रहे हैं। कहीं न कहीं हम अपने मूल्यों और अपनी पत्रकारिता को सिर्फ पेशे की नजर से देख रहे हैं, पत्रकारिता का अर्थ यह नहीं है कि आप डिग्री धारण करके खुद को पत्रकार कहने लग जाएं असली पत्रकार वह है जो इसे अपने देश और अपने समाज के लिए काम करता है। प्रतिकुलपति सुधीर कुमार अवस्थी ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि यह दिन हमें प्रेस की स्वतंत्रता और जिम्मेदारी का महत्व याद दिलाता है। एक सशक्त और स्वतंत्र प्रेस न केवल लोकतंत्र की आधारशिला है, बल्कि समाज को जागरूक, सूचित और सशक्त बनाने का भी माध्यम है। आज के बदलते समय में, जब तकनीक और डिजिटल मीडिया ने पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है, तब भी सत्य, निष्पक्षता और जिम्मेदारी जैसे मूल्य सर्वाेपरि हैं। विशिष्ट अतिथि श्री राघवेश पांडे ने डिजिटल युग में मीडिया की बदलती भूमिका पर बात की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का अर्थ है समाज की बातों को लोगों तक पहुंचाना, लेकिन वर्तमान में समय के साथ पत्रकारिता में बदलाव भी आया है मीडिया की जिम्मेदारी आज पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। डिजिटल मीडिया ने सूचनाओं को तत्काल पहुंचाने का साधन बना दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ इसकी जवाबदेही भी बढ़ गई है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न आयामों पर बात करते हुए छात्रों को पत्रकारिता में गहराई और सत्यता बनाए रखने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम संयोजक डॉ0 ओमशंकर गुप्ता ने मुख्य अतिथियों का परिचय कराते हुए कहा, ’पत्रकारिता केवल एक पेशा नहीं, बल्कि समाज और देश की सेवा का सशक्त माध्यम है। यह वह क्षेत्र है जो जिम्मेदारी और सच्चाई के साथ जनता की आवाज बनता है। इसके पश्चात विभागाध्यक्ष डॉ0 योगेंद्र कुमार पांडे ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा, लोकतंत्र की संरचना मीडिया के बिना अधूरी है। मीडिया जनता और सरकार के बीच एक सेतु की भूमिका निभाता है और लोकतंत्र को सशक्त बनाने में इसकी अहम भूमिका है। इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग के छात्रों द्वारा राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर निर्मित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 ओमशंकर गुप्ता ने किया। मंच संचालन का दायित्व सौम्या मिश्रा और शिवेंद्र सिंह ने कुशलतापूर्वक संभाला। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ0 योगेंद्र कुमार पाण्डेय, डॉ0 जितेंद्र डबराल, डॉ0 ओमशंकर गुप्ता, प्रेम किशोर शुक्ला, सागर कनौजिया, तकनीकी संचालक प्रांजल सचान और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।