सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
40 लाख रुपये नकद और 10 मोबाइल फोन बरामद
कानपुर। गेमिंग एप के जरिए लोगों को ठगने वाले तीन साइबर ठग काकादेव पुलिस के हत्थे चढ़ गए। शातिरों के पास से 40,02,040 रुपये नकद बरामद हुआ है। पांच सौ, दो सौ और सौ की गड्डियों में रुपये मिले हैं। इसके साथ ही इनके पास से 10 मोबाइल मिले हैं। पुलिस के अनुसार गिरोह का मास्टर माइंड इंजीनियर वहीं अन्य दोनों बीए और इंटर किए हैं। विदेश में बैठे आका के निर्देश पर यह लोग ठगी को अंजाम देकर विदेश रुपये भेजते थे। इसके लिए यह लोग एप्लीकेशन फाइल का प्रयोग करते थे। एडीसीपी दक्षिण महेश कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि काकादेव पुलिस ने गेमिंग एप से ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को बुधवार गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में जतिन गलानी उर्फ जीतू गोविंद नगर के रतनलाल नगर का रहने वाला है। यह गिरोह का मास्टरमाइंड है। वर्ष 2008 में इसने शहर के एक नामी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक पास किया था। परिवार में पत्नी और चार साल की बेटी है। दूसरा आरोपी चरन सिंह कालोनी गोविंद नगर का सौरव दुलानी है। यह बीए पास है। वहीं तीसरा आरोपी काकादेव के शास्त्री नगर का अनिल खन्ना उर्फ सनी है। यह इंटर पास है। एडीसीपी ने बताया कि जतिन ने कम समय में अधिक पैसा कमाने का लालच देकर पहले सौरव को जोड़ा बाद में सौरव ने अनिल से मुलाकात कराई।
तीनों शातिरों का अलग-अलग काम
एडीसीपी ने बताया कि इन तीनों के अलग-अलग काम बटे थे। अनिल का काम खाता खुलवाना था। वह शहर में ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों ने उसने खाते खुलवाए। इन्हीं खातों में ठगी की रकम जाती थी। सौरव का काम डिवाइस यानी मोबाइल और सिम उपलब्ध करवाना था। ओटीपी और मोबाइल का एक्सेस देने की जिम्मेदारी भी उसी की थी। जबकि जतिन विदेश में बैठे आका डेनियन और एलेक्स से सीधे बात करता था। लूट के हिस्से का बंटवारा भी जतिन करता था। तीनों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया कि गुरुवार को न्यायालय में पेश कराने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा। शातिरों की गिरफ्तारी करने वालों में काकादेव इंस्पेक्टर मनोज सिंह भदौरिया, पांडु नगर चौकी इंचार्ज राहुल शुक्ला, सर्विलांस सेल स्वरूप नगर प्रभारी पवन प्रताप, लवकुश मिश्रा, आमोद कुमार मिश्रा, चयन कुमार जादौन व अन्य शामिल रहे।