सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर देहात। थाना क्षेत्र के काशीपुर गांव में स्थित जय महाकाल ईंट भट्टे में ईंटों के लिए खोदे गए गड्ढे में भरे पानी में डूबने से दो सगे भाई-बहनों की मौत हो गई। यह घटना सोमवार की दोपहर को हुई।
जानकारी के अनुसार महोबा जिले के थाना महोकंठ गांव बेलाताल निवासी इलाही बख्श काशीपुर गांव में जितेंद्र सिंह के जय महाकाल बिक्र फील्ड ईंट बनाने का काम करते हैं।सोमवार को इलाही बख्श अपने अन्य साथियों के साथ कच्ची ईंटें बना रहे थे। तभी उनके बच्चे रमजान (5 वर्ष) और नाजिमी (8 वर्ष) पास में खुदे गहरे पानी भरे गड्ढे में गिर गए और डूब गए। परिजनों ने बच्चों को आनन -फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रूरा पहुंचाया। जहां डॉक्टर संध्या ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। दोनों बच्चों की मौत से मां शबीरा खातून और पिता इलाही बख्श का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मृतकों के चाचा रफीक ने आरोप लगाया है कि काशीपुर स्थित इस ईंट भट्टे पर महोबा जनपद के बेला ताल गांव के लगभग 40 से 50 मजदूर परिवार सहित काम कर रहे हैं। इन मजदूरों को राठ निवासी ठेकेदार अहमद आलम खा ने लगभग दो महीने पहले यहां लाया था। रफीक ने बताया कि ओवर फ्लो पानी निकालने के लिए पास में जेसीबी से गड्ढे खोदे गए थे लेकिन मजदूरों ने ज्यादा गहरे गड्ढे खोदने से मना किया था। जेसीबी चालक ने भट्ठा मालिक का आदेश बताकर बात को टाल दिया। इसी गड्ढे में सोमवार को दो सगे भाई-बहन की डूबकर मौत हो गई।