सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर नगर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक के मार्गदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के 100वें जन्मदिन के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाषण और काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय “अटल जी के शासन का प्रभाव और उनकी दृष्टि” रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें संस्थान के निदेशक प्रो. सुधांशु पांडया, प्रशासन समन्वयक डॉ. विवेक सचान, डॉ. प्रशांत त्रिवेदी, और डॉ. सिधांशु राय ने दीप प्रज्वलित किया। स्वागत भाषण डॉ. प्रकाश नारायण पांडे ने दिया। उन्होंने अटल जी के प्रेरणादायक जीवन, उनकी काव्यात्मक प्रतिभा और उनके नेतृत्व की दूरदर्शिता पर प्रकाश डाला। भाषण प्रतियोगिता में छात्रों ने अटल जी के शासनकाल की उपलब्धियों, उनके सुशासन और काव्यात्मक दृष्टिकोण को अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से अभिव्यक्त किया। भाषण प्रतियोगिता में श्रुति दीक्षित ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर आस्था शुक्ला और तृतीय स्थान पर लीना मक्कड़ रहीं। काव्य प्रतियोगिता में भी श्रुति दीक्षित ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुति से प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि द्वितीय स्थान लीना मक्कड़ ने प्राप्त किया। निदेशक प्रो. सुधांशु पांडिया ने अपने संबोधन में कहा,”अटल जी का जीवन सादगी, निष्ठा और अडिग संकल्प का प्रतीक है। उनकी नीतियां और कविताएं आज भी हमें राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करती हैं।” डॉ. प्रशांत त्रिवेदी ने कहा “अटल जी का काव्य और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है।”
डॉ. प्रकाश नारायण पांडे ने अटल जी की कविताओं और उनके विचारों पर एक प्रेरणादायक एवं प्रभावशाली भाषण दिया। उन्होंने श्रोताओं को अटल जी के व्यक्तित्व और काव्य से जोड़ते हुए उनकी महानता को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम के समापन में डॉ. प्रशांत त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों और आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा, “ऐसे कार्यक्रम न केवल प्रेरणा प्रदान करते हैं, बल्कि नई पीढ़ी को महान नेताओं और कवियों के विचारों से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं।”
इस आयोजन में डॉ0 विवेक सिंह सचान, डॉ0 सुधांशु राय, डॉक्टर अपर्णा कटियार, डॉक्टर प्रशांत त्रिवेदी, डॉक्टर गौरी भदोरिया एवं डॉक्टर सोनम गुप्ता आदि शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने अटल जी के आदर्शों और उनकी नीतियों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का सफल प्रयास किया।