
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात कर लिया निस्तारण की जानकारी
लंबित मामलों के जल्द निस्तारण के दिए निर्देश
कानपुर नगर। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह द्वारा आज थाना समाधान दिवस सचेंडी में जनसुनवाई की। जनसुनवाई के दौरान यह पाया गया कि थाना समाधान दिवस रजिस्टर में समाधान के उपरांत दर्ज की गई आख्या गुणवत्तापूर्ण नहीं है। कुछ दिनों पूर्व सचेंडी निवासी मलखान सिंह द्वारा कब्जे की शिकायत की गई थी जिस पर जिलाधिकारी द्वारा फोन पर मलखान सिंह से वार्ता की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि उनकी शिकायत का निस्तारण किया जा चुका है लेकिन सचेंडी लेखपाल द्वारा निस्तारण आख्या रजिस्टर में नहीं लिखी गई। जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जो भी निस्तारण किया जाए उसकी निस्तारण आख्या समाधान रजिस्टर में अवश्य लगाई जाएं। सचेंडी में स्थित विकाश डिलीवरी लि. कंपनी के प्रकरण में जिलाधिकारी द्वारा पाया गया कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा उक्त कंपनी में कार्यरत महिलाओं से छेड़छाड़ की जाती है लेकिन थाना समाधान रजिस्टर में निस्तारण आख्या यह लगाई गई कि समझौता कर दिया गया है, जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए पूछा कि आख्या किस आधार पर लगाई गई है l उक्त कंपनी में लगभग 70 महिलाएं कार्य करती हैं, को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने संबंधित थानाध्यक्ष को निर्देशित करते हुए गया कि पुलिस द्वारा सतर्कता व पर्यवेक्षक के साथ-साथ अन्य आवश्यक कार्रवाई की नितांत आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त किया कि समाधान रजिस्टर में विपक्षी का मोबाइल नंबर क्यों नहीं लिखा गया। उन्होंने थाना समाधान दिवस रजिस्टर में दर्ज किए गए सभी मामलों में से कितनों का निस्तारण किया गया, इसकी विस्तृत आख्या की संयुक्त रिपोर्ट अपर पुलिस आयुक्त वेस्ट तथा उप जिलाधिकारी सदर द्वारा आज ही प्रस्तुत किए जाने के निर्देश दिए गएं।समाधान दिवस में रेनू पत्नी अनुराग निवासी कला का पुरवा थाना सचेंडी द्वारा जिलाधिकारी के समक्ष शिकायती पत्र प्रस्तुत किया गया जिसमें कहा गया कि प्रार्थिनी की शादी के करीब 6 साल हो गए हैं प्रार्थिनी की दो बेटिया भी हैं। शादी के बाद से ही प्रार्थिनी के पति अनुराग पुत्र छत्रपाल को दहेज के कारण प्रताड़ित कर रहा है इसके संबंध में जिलाधिकारी ने प्रभारी थाना निरीक्षक को प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिएं।
वहीं गोविंद दुबे निवासी रुद्रपुर जुगराजपुर ने शिकायत किया कि वह अपने पड़ोसी कल्लू तिवारी से बहुत परेशान है। उसने शिकायतकर्ता के घर के सामने की जगह में अपने मकान की निकासी हेतु दरवाजा खोल रखा है। इस पर जिलाधिकारी ने राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर प्रकरण के निस्तारण के निर्देश दिएं। चमन बेगम पत्नी मोहम्मद लतीफ ग्राम सोना ने शिकायत किया कि उसका पुश्तैनी मकान है, जिसमें तीन हिस्सेदार हैं, मकान में तीन हिस्से होने के कारण मकान का रास्ता नहीं है जिससे प्रार्थिनी अपने मकान का निर्माण कर नहीं करा पा रही है। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा उप निरीक्षक व हल्का लेखपाल की टीम गठित कर समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए गएं।
बिनौर निवासी ज्ञानवती ने अपने मकान की जमीन पर अतर सिंह व शंकर सिंह द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत की गई। इस पर जिलाधिकारी ने पाया कि निस्तारण आख्या में वार्ड संख्या का उल्लेख नहीं है, न्यायालय का नाम नहीं है, कोई अभिलेख पत्रावली भी नहीं है तथा कार्य में गुणवत्ता को लेकर लापरवाही दिखाई दी। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित का स्पष्टीकरण प्राप्त किए जाने के निर्देश दिएं।
कस्बा सचेंडी निवासी सियादुलारी ने पूर्व में दिलीपपुर के दबंग व्यक्तियों द्वारा प्रार्थिनी की भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किए जाने की शिकायत की गई थी। इस पर जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता से दूरभाष पर वार्ता की जिसमें पता चला कि लेखपाल मौके पर आए थे और समस्या का निराकरण भी हो गया है परंतु दूसरी ओर उक्त के विषय में प्रार्थना पत्र तथा उसकी निस्तारण आख्या थाना रजिस्टर में दर्ज नहीं की गई, कोई निस्तारण साक्ष्य भी नहीं लगाया गया। इस पर जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित करते हुए कहा गया कि कदाचित इसी कारण से डीसीपी वेस्ट द्वारा यह टिप्पणी अंकित की गई की बी एन एस की कार्रवाई क्यों नहीं की गई जब कि समस्या का निराकरण उसी समय हो गया था। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित कार्मिकों को सचेत करने के निर्देश दिए गएं।