
सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर नगर। कानपुर मण्डलायुक्त श्री के. विजयेन्द्र पांडियन की अध्यक्षता में आज मण्डलायुक्त कार्यालय में ई-रिक्शा संचालन और जाम से निजात दिलाने के सम्बन्ध में बैठक की गई।
बैठक में मण्डलायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि एक रिक्शा मालिक के पास एक से अधिक रिक्शे व उनको चलाने के लिए रिक्शे से अधिक ड्राइवर हो सकते हैं या नहीं इस पर निर्देश दिए गए कि एक ही रिक्शा कोई भी ड्राइवर चला सकता है, लेकिन वेरिफिकेशन जरूर करवाया जाए। उल्लेखनीय है कि जनपद में अभी लगभग 1 लाख ई रिक्शा संचालित हो रहे हैं।
अनरजिस्टर्ड ई-रिक्शा संचालन को टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके रोका जाए व रजिस्ट्रेशन कैम्प लगाया जाए। ई-रिक्शा के संचालन हेतु रूट निर्धारित किये गये हैं इसका आईटीएमएस पोर्टल द्वारा डाटा प्राप्त किया जाये। आईटीएमएस पोर्टल में एक अतिरिक्त कॉलम खोला जाए।ई-रिक्शा हेतु निर्धारित 4 जोनों पर कलर आवंटित करके उनका संचालन करवाया जाए। कहा प्रत्येक रूट पर ई-रिक्शा कोटा निर्धारित है, उसी पर चलवाया जाए। ई-रिक्शों के रजिस्ट्रेशन हेतु कैम्प ऑफिस व रजिस्ट्रेशन हेतु कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएं। ई-रिक्शा खड़ा करने के लिए ई-रिक्शा स्टैंड या जगह निर्धारित कराया जाए।ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन की जांच करने के लिए आर.टी.ओ. से ए.पी.आई. प्राप्त किया जाएं। पुलिस आयुक्त, नगर आयुक्त, पुलिस उपायुक्त व आर.टी.ओ. तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारियों एवं वेन्डर (ई-रिक्शा मैनेजमेंट) के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाए। ‘वाहन सारथी’ ऐप के माध्यम से वेरीफिकेशन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए यह भी कहा कि एक क्यू आर कोड बनाया गया है जिसके जरिए ई-रिक्शा के उनके निर्धारित रूट पर चलने या ना चलने की पहचान की जा सकेगी।
वहीं बैठक में ई-रिक्शों के रजिस्ट्रेशन में रिक्शा मालिक से ली जाने वाली निर्धारित शुल्क का निर्धारण और रजिस्ट्रेशन से प्राप्त शुल्क को जमा करने हेतु बैंक खाता खोले जाने व उसका संचालन किसके द्वारा किया जायेगा का निर्धारण के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई।
बैठक में मंडल आयुक्त के अतिरिक्त अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चन्दर, अपर आयुक्त रेनू सिंह, नगर आयुक्त सुधीर कुमार, एडीसीपी ट्रेफिक अर्चना सिंह समेत अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें।