सहारा न्यूज टुडे/दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर द्वारा फसल अवशेष योजना अंतर्गत स्कूल विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बुद्ध लाल वर्मा इंटर कॉलेज भेवान में आयोजित किया गया। जिसमें 135 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। यह कार्यक्रम कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के प्रभारी डॉक्टर अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ। जिसमें डॉक्टर सिंह द्वारा बताया गया कि किसान भाई फसल अवशेषों में आग लगा देते हैं। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है साथ ही साथ मृदा में पोषक तत्वों का नुकसान होता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को जागरूक करते हुए बताया कि पराली (फसल अवशेष) को खेत में मिला देने से मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।उन्होंने ने बताया कि खेत के अंदर जीवांश की मात्रा कम होने के कारण सब्जियों,फलों एवं अन्य फसलों में स्वाद व गुणवत्ता की बहुत कमी आ जाती है। जो कि फसल अवशेषों की खाद को मृदा में मिलाने से बढ़ाई जा सकती है। इस अवसर पर केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर शशिकांत द्वारा बताया गया कि पशुओं द्वारा गोबर की खाद को मिलाने व फसल अवशेषों को मिलाने से मृदा में जीवांश क्षमता बढ़ती है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन पर निबंध लेखन,चित्रकला एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। तथा छात्रों ने रैली भी निकाली।इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान, डाॅक्टर निमिषा अवस्थी एवं वरिष्ठ गृह वैज्ञानिक डॉक्टर मिथिलेश वर्मा ने भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में एफसीए श्री गौरव शुक्ला एवं शुभम यादव ने विशेष योगदान दिया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री सुभाष चंद्र ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया। साथ ही छात्र छात्राओं से कहा कि अपने अभिभावकों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में जानकारी अवश्य दें। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अरविंद त्रिपाठी, संगीता देवी, राम जी एवं संजय सिंह चौहान सहित अन्य विद्यालय स्टाफ उपस्थित रहे।