सहारा न्यूज टुडे
कानपुर नगर। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर अनुभव सिंह आज धरमंगतपुर एवं धूल स्थित गौशाला पहुँचे। उन्होंने विधिविधानपूर्वक गो पूजन कर गौमाता का आशीर्वाद लिया। इस दौरान गौशाला परिसर में भक्तों और ग्रामीणों की उपस्थिति रही, जिन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पर्व की गरिमा को और बढ़ाया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर अनुभव सिंह ने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण, कृषि और ग्रामीण जीवन से जुड़ा सांस्कृतिक पर्व भी है। उन्होंने गौपालन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आधारशिला है। इस दौरान उन्होंने गौशाला का निरीक्षण भी किया और इसे बेहतर व मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने के संबन्ध में आवश्यक निर्देश भी दिये।उप जिलाधिकारी घाटमपुर अबिचल प्रताप सिंह आज डिप्टी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के साथ कान्हा गौशाला घाटमपुर कस्बा तथा टिकमापुर मऊनखतपुर गौशाला पहुँचे। यहाँ उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों के साथ मिलकर गौ पूजन किया और गायों को गुड़, फल तथा चारे आदि का वितरण कर उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। साथ ही ग्रामवासियों की समृद्धि हेतु गोवर्धनजी से प्रार्थना की गई। एसडीएम ने कहा कि गौवंश न केवल आस्था और संस्कृति से जुड़े हैं, बल्कि कृषि कार्य एवं उर्वरा शक्ति के लिए भी अत्यंत उपयोगी हैं। उन्होंने पारम्परिक गौसंस्कृति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि गौवंश की सुरक्षा और देखभाल समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्रामवासियों से आह्वान किया कि वे जनसहभागिता के माध्यम से गोवंश को सुरक्षित और स्वस्थ रखने में योगदान दें।



