सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के प्रसार निदेशालय के लाल बहादुर शास्त्री सभागार में आज चंद्रशेखर कृषक समिति की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान ने हरी खाद के महत्व विषय पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसान 30 से 40 किलोग्राम ढैंचा का बीज प्रति हेक्टेयर की दर से बुवाई करें तथा समय-समय पर सिंचाई करते रहें। उन्होंने किसानों को बताया कि ढैंचा की फसल को 35 से 40 दिन पर मिट्टी में मिला दें।जिससे मृदा में 84 से 129 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर प्राप्त होती है। तथा हरे पदार्थ की मात्रा 20 से 25 टन प्रति हेक्टेयर प्राप्त होता है। जिससे किसानों की फ़सल लागत में कमी आती है तथा फसल की गुणवत्ता अच्छी होती है। शस्य वैज्ञानिक डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कृषकों को धान की नर्सरी का प्रबंधन विषय जानकारी दी तथा कृषकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए। कार्यक्रम में अंत में अतिथियों को धन्यवाद डॉक्टर एसएल वर्मा ने दिया।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील कृषक समर सिंह भदौरिया ने की। इस अवसर पर श्री जगदीश सिंह, कमल किशोर सहित अन्य किसानों ने भाग लिया।