सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में सीएसजेएमयू और डीयू के मध्य हुआ एमओयू
डिजिटल इन्फ्राक्स्ट्रक्चर में समर्थ के साथ से विश्वविद्यालय का और बढ़ेगा सामर्थ्य
कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक ने कुलाधिपति के प्रयासों का जताया आभार, विश्वविद्यालय में किया जाएगा लागू
कानपुर। एकेटीयू लखनऊ में समर्थ पोर्टल का लागू करने के लिए हुई कार्यशाला में कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल की मौजूदगी में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय के बीच एमओयू साइन किया गया। इसका उद्देश्य सीएसजेएमयू में समर्थ मॉड्यूल को लागू करना है। इस मॉड्यूल के जरिये शिक्षण संस्थान में डिजिटल तकनीकी के जरिए सुविधाएं बढ़ाना उद्देश्य रहेगा। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में सीएसजेएमयू और डीयू के मध्य हुए इस एमओयू के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, कुलसचिव डॉ0 अनिल कुमार यादव एवं समर्थ की ओर से प्रो0 संजीव सिंह मौजूद रहे।
दो दिन पहले ही राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ में ‘समर्थ से सामर्थ्य‘विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में ‘समर्थ पोर्टल‘ को सफलतापूर्वक लागू कराने और सुगम संचालन सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण उद्देश्य को लेकर आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने समर्थ को विश्वविद्यालय में शत-प्रतिशत लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी जरूरत के अनुसार इसमें डाटा भरते रहें। उन्होंने पोर्टल के समग्रता से क्रियान्वयन के लिए टीम वर्क को जरूरी बताया, इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करने को कहा। उन्होने दिल्ली विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने शोध पूर्ण तरीके से काफी समय देकर इस पोर्टल का निर्माण किया है। इसके माध्यम से प्रत्येक कार्य सम्पादन का समाधान प्राप्त हो सकेगा और विश्वविद्यालयों में इस पोर्टल के लागू हो जाने से विभिन्न समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने पोर्टल लागू होने के फायदों पर चर्चा करते हुए समय की बचत, धन के दुरुपयोग से बचत, एक क्लिक पर विश्वविद्यालय की जानकारियों का प्राप्त होना, फाइलों की सहज ट्रैकिंग जैसे अनेक कार्यों के सुगमता से सम्पन्न होने वाले लाभों के बारे में बताया।
सीएसजेएमूय के डिजिटल डिवलेपमेंट ने कैंपस का माहौल बदला
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक ने सीएसजेएमूय के डिजिटल डिवलेपमेंट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि विश्वविद्यालय में शुरु किए गए डिजिटल कल्चर से कैंपस का माहौल बदला है। जिसका परिणाम यह रहा है कि पिछले अकादमिक सत्र में हमारे यहां लगभग तीन गुना अधिक प्रवेश कैंपस में हुए हैं। हमने अपने विश्वविद्यालय में ऑनलाइल और डिजिटल काम-काज पर जोर दिया। ई-ऑफिस से लेकर,ऑनलाइन अटेंडेंस और सभी क्षेत्रों में पोर्टल के माध्यम कामकाज ने विश्वविद्यालय में एक नई संस्कृति पैदा की है। प्रो0 पाठक ने कुलाधपति आनंदीबेन पटेल को इसका श्रेय देते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से ही विश्वविद्यालय ने यह डिवलेपमेंट हो सका है। समर्थ के साथ विश्वविद्यालय के एमओयू होने से कार्य को और विस्तार भी मिलेगा । इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर बोबडे, डॉ0 पंकज एल. जानी, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ0 अनिल कुमार यादव आदि मौजूद रहे।