सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र धरियाव में आज केवीके स्वर्ण जयंती कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर किसानो के बीच कृषि तकनीकी प्रसार में कार्य करते हुए 50 वर्ष पूरे होने पर कृषकों के बीच परिचर्चा हुई। देश में सर्व प्रथम 1974 में पुडुचेरी में कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना हुई उसके बाद निरंतर हर प्रदेश के जनपद में कृषि विज्ञान केन्द्र खोले गए। आज देश में 731 एवं उत्तर प्रदेश में 86 कृषि विज्ञान केन्द्र खुल चुके है। निदेशक प्रसार डाॅo आरo केo यादव ने मशाल डाॅo साधना बैश, प्रभारी अधिकारी को सौंपी कि जनपद फतेहपुर में ये गोल्डन जुबली मशाल के साथ कृषकों के बीच कृषि विज्ञान केंद्र की भूमिका उपलब्धियों पर चर्चा कर कृषकों के विचार साझा करने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया जाए। कार्यक्रम में सर्बप्रथम कृषकों तथा उपस्थित वैज्ञानिकों का स्वागत किया गया एवं कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा किया गया कि कृषि विज्ञान केंद्र 1989 से निरंतर सेवा करते हुए 35 साल पूरे किए है और जनपद के समस्त 13 विकासखंडो में कृषि विज्ञान केन्द्र की पहुंच हुई है। चर्चा में उपस्थित वैज्ञानिकों ने अपने विचार रखे जिसमे विभिन्न विकसित माड़ूयूल, फसल प्रणालियों, विविधीकरण, पशु पालन एवं प्रबंधन की तथा मोती की खेती, एफपीओ के साथ व्यवसायिक प्रशिक्षण आदि के विशेष कार्यक्रम संपन्न किए गए हैं। कृषकों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए कृषकों का कहना था कि कृषि विज्ञान केन्द्र, के 35 साल में कई खेती तकनीकी पशुपालन में परिवर्तन हुए है कृषकों को लाभकारी खेती के कई सफल प्रयोग किए गए है। धन्यवाद ज्ञापन करके कार्यक्रम का समापन किया गया।