सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ0 आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर के वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान ने एडवाइजरी जारी कर कहा है। कि किसान भाई अपने खेतों पर कार्य करने वाले लोगों के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए फसलों की कटाई एवं मड़ाई इत्यादि कार्य संपन्न करें। उन्होंने कहा है कि गेहूं आदि के फसल की कटाई मड़ाई करते समय अपना मुंह मास्क या अंगोछे से ढक कर रखें। डॉक्टर खान ने बताया कि किसान भाई कंबाइन मशीन, रीपर या अन्य कृषि यंत्रों जैसे हंसिया द्वारा गेहूं की कटाई करते हैं कृषि यंत्रों के प्रयोग करते समय कभी-कभी चिंगारियां निकलती है या फसल कटाई करते समय कार्य करने वाले लोगों द्वारा धूम्रपान का प्रयोग किया जाता है। जिसकी चिंगारी से फसल जलकर राख हो सकती है ऐसे समय में किसान भाई सावधानी बरतें की कोई धूम्रपान न करने पाए। किसान भाइयों के पास फसल मड़ाई करते समय अनुपयोगी जूट के बोरे आदि को पूर्ण रूप से पानी में डुबोकर थ्रेशिंग कार्य करते समय आसपास जरूर रखें। जिससे आग लगने की दशा में गीले बोरों को डालकर आग बुझाया जा सके तथा बड़ी दुर्घटना से बचा जा सके। मड़ाई यंत्र को समतल दशा में स्थापित करें तथा थ्रेसर में लगाई गई सुरक्षा तंत्रों को न हटाए। डॉ0 खान ने किसान भाइयों को यह भी सलाह दी है कि थ्रेसर पर कार्य करते समय शरीर पर ढीले कपड़े, घड़ी, कड़ा इत्यादि पहनकर कार्य न करें। उन्होंने बताया कि फसल थ्रेसर में लगाते समय हाथ को उचित दूरी पर ही रखें तथा थ्रेशिंग कार्य करते समय आपस में बातें न करें। इस समय चौकस रहने की आवश्यकता होती है। वैज्ञानिक डॉक्टर खलील ख़ान ने कहा कि थ्रेसर में किसी प्रकार का समायोजन तभी करें जब इंजन या मोटर बंद हो। थ्रेसर को चलाने के पूर्व यह सुनिश्चित कर लें कि थ्रेसर की सभी घूमने वाली वस्तुएं बिना रुकावट के घूम रही हो। किसान भाई इन सब बातों को ध्यान में रखकर फसल की कटाई एवं मड़ाई का कार्य संपादित करें।