सहारा न्यूज टुडे संम्पादक दुर्गेश कुमार तिवारी
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ फाइन आर्ट्स में माननीय कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक जी के संरक्षण में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ढोकरा मूर्ति कला कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ढोकरा मूर्तिकला हमारे देश की अत्यंत प्राचीन जनजातीय कला है जिसका संरक्षण एवं संवर्धन आज की युवा पीढ़ी की जिम्मेदारी है और इस कार्यशाला से यह सभी विद्यार्थी जरूर लाभान्वित होंगे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कला का उद्देश्य तभी पूर्ण होता है जब उससे समाज के सभी वर्ग जुड़ते हैं और लाभान्वित भी होते हैं। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में बैतूल मध्य प्रदेश से ढोकरा मूर्तिकला के कुशल कलाकार श्री संदीप साकरे,ममता सेगरे,उर्मिला धाड़से,ओम प्रकाश कंडालकड़े उपस्थित हुए जिनका स्वागत विभाग प्रभारी एवं कार्यक्रम के संयोजक श्री राज कुमार सिंह ने किया। कार्यशाला की जानकारी सह संयोजक श्री जे. बी. यादव ने दिया। इस कार्यशाला में भारत के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थी एवं कलाकार प्रतिभाग कर रहे हैं जिसमें दिल्ली आर्ट कॉलेज, नई दिल्ली, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ बांग्लादेश एवं श्रीलंका के भी कलाकार सम्मिलित हो रहे हैं। यह कार्यशाला 25 अप्रैल से शुरू होकर 1 मई 2024 तक चलेगी।
कार्यक्रम का संचालन डॉ0 मिठाई लाल ने किया। इस अवसर पर प्रो0 शुभम शिवा,डॉ0 बृजेश स्वरूप कटियार,श्री शोभित गंगवार श्री विनय सिंह,सुश्री तनीषा वधावन,डॉ0 बप्पा माझी, डॉ0 सचिव गौतम आदि मौजूद रहे।